दार्जिलिंग : अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर पहाड़ पर जारी आंदोलन के बीच राज्य सरकार द्वारा गोजमुमो के खिलाफ शुरू अभियान जारी है. पिछले कुछ दिनों से गोजमुमो के केंद्रीय कार्यालय पर पुलिस लगातार धावा बोल रही है. उसके बाद सोमवार को जिला पुलिस ने विमल गुरुंग के स्कूल कंचनजंगा पब्लिक स्कूल पर धावा बोल दिया. पुलिस ने पूरे स्कूल तथा हॉस्टल पर कब्जा कर लिया है. इससे पहले भी पुलिस स्कूल और हॉस्टेल पर छापामारी कर चुकी है. विद्यार्थी यहां फिलहाल नहीं है. पहले जो पुलिस कार्रवाई हुई थी, उसी दौरान हॉस्टल को खाली करा लिया गया था. सोमवार को दोपहर भारी संख्या में पातलेबास के नीचे स्थित विमल गुरुंग के इस स्कूल पर पुलिस पहुंची.
पुलिस को देखते ही पूरे इलाके में खलबली मच गयी. कई घंटे तक यहां पुलिस कार्रवाई चलती रही. मोरचा समर्थकों ने पुलिस की इस कार्रवाई का कोई विरोध नहीं किया. फिलहाल वहां एक कंपनी एसएसबी की तैनाती कर दी गयी है. इसके साथ ही जिला प्रशासन ने स्कूल एवं हॉस्टल पर नोटिस चिपका दिया है.
इसमें कहा गया है कि दार्जिलिंग में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की उपस्थिति जरूरी है. इस स्कूल का उपयोग सुरक्षा बलों को रखने के लिए किया जायेगा. नोटिस में यह भी कहा गया है कि स्कूल और हॉस्टल की जमीन द्वारका चाय बागान के नाम है. द्वारका चाय बागान ने ही चाय की खेती के लिए राज्य सरकार से जमीन लीज पर ली है. जबकि इसका उपयोग दूसरे कार्यों के लिए हो रहा है.
इधर, गोजमुमो ने इस पुलिस कार्रवाई की निंदा की है. गोजमुमो महासचिव रोशन गिरी ने कहा है कि यह विद्या का मंदिर है. विद्या के मंदिर पर इस तरह की पुलिस कार्रवाई काफी निंदनीय है.
गोरखालैंड : पहाड़ पर आमरण अनशन खत्म
सिलीगुड़ी /दार्जिलिंग : अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ जीएमसीसी की ई बैठक का परिणाम दिखने लगा है. गोजमुमो ने भले ही गोरखालैंड आंदोलन को खत्म नहीं किया है, लेकिन इस दिशा में एक कदम जरूर बढ़ाया है. केंद्रीय गृहमंत्री की अपील पर युवामोर्चा ने अपना अनशन खत्म कर दिया है. युवा मोर्चा के सदस्य पिछले 20 दिनों से भी अधिक समय से दार्जिलिंग, कालिंपोंग, कर्सियांग तथा मिरिक में आमरण अनशन कर रहे थे. सोमवर कोइन सभी स्थानों पर अनशन खत्म हो गया है. दार्जिलिंग में जमुमो विधायक अमर सिंह राई ने अनशनकारियों को जूस लाकर अनशन खत्म कराया. कालिंपोंग, कर्सियांग तथा मिरिक भी अनशन खत्म कर दिया गया है.