गौरतलब है कि सड़क का किनारा, हाई ड्रेन आदि पर जबरन कब्जा कर दुकान-पाट चलाना सिलीगुड़ी में एक आम बात है. आंखों के सामने यह सारा खेल होने के बाद भी निगम व प्रशासन मूक दर्शक बने बैठे हैं. हाल ही में हाई ड्रेन पर अवैध निर्माण कर दुकान चलाने का एक मामला सिलीगुड़ी नगर निगम के आठ नंबर वार्ड में सामने आया था. मामला नजर में आते ही आट नंबर वार्ड की भाजपा पार्षद खुशबू मित्तल ने निगम की सहायता से उस दुकान को हटवाया.
खुशबू मित्तल का आरोप है कि पांच नंबर वार्ड की तृणमूल पार्षद दुर्गा सिंह उनके वार्ड में दखलअंदाजी कर रही हैं. हाई ड्रेन पर बनी उस अवैध दुकान को हटाने में सहायता करने के बजाए उन्होंने उनका विरोध किया. हालांकि श्रीमती मित्तल ने तृणमूल पार्षद का नाम नहीं लिया लेकिन मासिक बोर्ड सभा में जिस प्रकार दोनों के बीच विवाद हुआ उससे यह साफ जाहिर है. जवाब में तृणमूल पार्षद दुर्गा सिंह का कहना था कि सिलीगुड़ी में सिर्फ वही एक दुकान अवैध नहीं है. बल्कि आठ नंबर वार्ड में ही कई दुकानें हाई ड्रेन के उपर बनी हुयी हैं. हाई ड्रेन पर बनी सभी दुकानों को हटाया जाना चाहिए सिर्फ एक को नहीं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वह अवैध दुकान का मालिक पांच नंबर वार्ड का निवासी व पार्षद का करीबी है. हालांकि निगम की सहायता से हाई ड्रेन पर बनी उस अवैध दुकान को तोड़ कर हटा दिया गया है. मेयर पार्षद नुरुल इस्लाम ने बताया कि यह बात सही है कि सिलीगुड़ी में सड़क का किनारा, हाई ड्रेन आदि पर कब्जा जमाकर काफी दुकानें चल रही हैं. हम सभी को एक मिलकर अवैध निर्माण व दुकानों के खिलाफ कदम उठाना होगा.
इस मसले को लेकर तृणमूल पार्षद रंजनशील शर्मा ने निगम के माकपा बोर्ड को घेरा. उन्होंने आरोप लगाया कि पांच हजार रूपये लिफाफे में बंद कर देने से ट्रेड लाईसेंस व्यक्ति विशेष के घर तक पहुंच जाता है. एक विशेष बैठक में इस प्रसंग में विस्तारित चर्चा करने का प्रस्ताव देकर निगम के चेयरमैन दिलीप सिंह ने कहा कि सभी अवैध दुकानों के लाईसेंस रद्द करना व उसे तोड़ना एक दिन में नहीं होगा. शहर की सभी अवैध दुकानें वर्तमान माकपा बोर्ड के समय में ही नहीं बनीं. पहले भी अवैध निर्माण का प्लान पास हुआ करता था. हाई ड्रेन व सड़कों के किनारे बनी अवैध दुकानों को ट्रेड लाईसेंस मुहैया कराया जाता था. इसके लिये सभी को एकजुट होना होगा. एक प्रस्ताव पारित कर अवैध दुकानों के खिलाफ कदम उठाना होगा. सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने भी चेयरमैन के प्रस्ताव पर सहमति जतायी.