जलपाईगुड़ी. कॉलेज हॉस्टल के भोजन व रखरखाव के लिए बढ़ायी गयी फीस वापस लेने समेत कई मांगों को लेकर शुक्रवार को जलपाईगुड़ी आनंद चंद्र कॉलेज हॉस्टल के छात्राओं ने अनशन शुरू किया. हॉस्टल अधीक्षक के सामने ही मांगों को लेकर आंदोलनकारी छात्राएं आपसी झगड़े में उलझ गयीं. छात्राओं के आंदोलन के साथ छात्र संसद भी है.
एक आंदोलनकारी छात्रा पायल विश्वास का आरोप है कि मासिक भोजन का खर्च प्रति छात्रा 800 रुपये से बढ़ाकर एक हजार रुपये कर दिया गया है. हॉस्टल के रखरखाव का मासिक खर्च 400 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये किया गया है. एक रूम में 4-4 छात्राएं रहती हैं, लेकिन प्रत्येक छात्रा से बिजली बिल के बाबत 200 रुपये लिये जा रहे हैं. छात्राओं का आरोप है कि कोई भी अतिरिक्त इलेक्ट्रिक उपकरण का उपयोग वे नहीं करती हैं, यहां तक कि रूम में मोबाइला चार्जिंग प्वाइंट भी नहीं है. ऐसे में इतना बिजली बिल क्यों लिया जा रहा है. छात्राओं का आरोप है कि हॉस्टल के अंदर पंप का कोई स्विच भी नहीं है. शुक्रवार को आंदोलन के दौरान हॉस्टल अधीक्षक अबीरा सेनगुप्त घटनास्थल पर पहुंचीं.
उन्होंने बताया कि छात्राएं इस तरह से आंदोलन करेंगी, यह समझ में नहीं आ रहा है. इस संबंध में कॉलेज के प्राचार्य को अवगत कराया जाएगा. हॉस्टल में सुबह सात बजे से गेट में ताला लगाकर अनशन शुरू किया. छात्र संसद के महासचिव देवजीत सरकार ने बताया कि हॉस्टल की परिसेवा से संबंधित अनेक समस्याएं हैं, इसे लेकर संचालन कमेटी में बातचीत कर समस्या के समाधान करने की आवश्यकता है.
शुक्रवार साढ़े 12 बजे करीब कॉलेज प्राचार्य अब्दुर रज्जाक आंदोलन स्थल पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि संचालन कमेटी में आगामी पहली अगस्त से फीस बढ़ाने की योजना थी, लेकिन इसके पहले छात्राओं का आंदोलन करना सही नहीं हुआ. हालांकि बाद में प्राचार्य ने बताया कि संचालन कमेटी की बैठक में बढ़ी हुई फीस को लेकर चर्चा की जाएगी. इसके बाद छात्राओं ने अनशन वापस ले लिया.