सिलीगुड़ी. गोरखालैंड आदोलन को उकसाने का आरोप लगाकर सिलीगुड़ी नगर निगम में विपक्षी दल ने मेयर सह विधायक अशोक भट्टाचार्य के खिलाफ मामला दर्ज कराने की चेतावनी दी है. नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष नेता रंजन सरकार ने साफ तौर पर कहा कि मेयर राज्य सरकार व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगा कर जिस […]
सिलीगुड़ी. गोरखालैंड आदोलन को उकसाने का आरोप लगाकर सिलीगुड़ी नगर निगम में विपक्षी दल ने मेयर सह विधायक अशोक भट्टाचार्य के खिलाफ मामला दर्ज कराने की चेतावनी दी है. नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष नेता रंजन सरकार ने साफ तौर पर कहा कि मेयर राज्य सरकार व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगा कर जिस प्रकार की डींगें हाक रहे हैं, उसे वह प्रमाणित करें, अन्यथा गोरखालैंड आंदोलन को उकसाने के लिए उनके खिलाफ जोरदार आंदोलन किया जायेगा. साथ ही कानून व्यवस्था को भंग करने के आरोप में उनके खिलाफ मुकदमा दायर किया जायेगा.
उल्लेखनीय है कि हाल ही में सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने बयान दिया था कि राज्य सरकार अलोकतांत्रिक तरीके से गोरखालैंड आंदोलन को दबाना चाहती है. जबकि अलग राज्य की आग में भाषाई विवाद की चिनगारी डालकर उन्होंने ही इसे भड़काया है. इस आग में पानी डालने के बजाए पहाड़ की खाद्य आपूर्ति व्यवस्था को बंद करने का निर्देश देकर राज्य सरकार पेट्रोल डालने का काम कर रही है. मेयर के इस बयान का ही विरोध करते हुए सोमवार को विरोधी दल नेता रंजन सरकार उर्फ राणा ने निगम में पत्रकारों को संबोधित किया.
उन्होंने कहा कि एक ज्वलंत मुद्दे पर एक शहर के मेयर सह विधायक का इस तरह की बयानबाजी कतई शोभा नहीं देती. बंगाल विभाजन के विरोध में खड़े राज्य के एक बड़े हिस्से को अपने वक्तव्य से उन्होंने गहरी चोट पहुंचायी है. इसके लिये उन्हें क्षमा मांगनी होगी. अन्यथा उनके खिलाफ मुकदमा दायर किया जायेगा. इसके अतिरिक्त गोरखालैंड राज्य के लिये आंदोलनकारियों को उकसाने के लिये जोरदार आंदोलन किया जायेगा.
यहां बता दें कि राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने स्वयं बयान दिया था कि समतल से पहाड़ जाने वाली खाद्य आपूर्ति व्यवस्था को पूरी तरह से बंद कर दिया जाए. हालांकि इस संबंध में रंजन सरकार ने चुप्पी साध ली. दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन भी सरकारी निर्देशानुसार खाद्य सामग्रियों से लदे पहाड़ की ओर जाने वाली गाड़ियों को रोक रहा है.
इस संबंध में सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य से संपर्क की कोशिश की गई लेकिन विधानसभा सत्र में उनके व्यस्त होने की वजह उनसे बात नहीं हो पायी.