दार्जीलिंग. सर्वदलीय एकता दो-चार दिन की मेहमान भर है. यह कहना है हिल तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष राजेन मुखिया का. बुधवार को स्थानीय पार्टी कार्यालय में दार्जीलिंग जिला हिल तृणमूल कांग्रेस की बैठक श्री मुखिया की अध्यक्षता में हुई. एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए श्री […]
दार्जीलिंग. सर्वदलीय एकता दो-चार दिन की मेहमान भर है. यह कहना है हिल तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष राजेन मुखिया का. बुधवार को स्थानीय पार्टी कार्यालय में दार्जीलिंग जिला हिल तृणमूल कांग्रेस की बैठक श्री मुखिया की अध्यक्षता में हुई. एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए श्री मुखिया ने कहा कि मंगलवार को गोरखालैंड के नाम पर सर्वदलीय बैठक बुलायी गयी. लेकिन हकीकत यह है कि मोरचा गोरखालैंड के नाम पर पहाड़ के राजनीतिक दलों को फिर से गुमराह करने की कोशिश कर रहा है.
उन्होंने कहा कि मोरचा यह नाटक जीटीए चुनाव में फिर से सत्ता में आने के लिए कर रहा है. सर्वदलीय बैठक में गोरामुमो, क्रामाकपा जैसे राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी शर्तें रखी हैं, जिन्हें मोरचा कतई नहीं मानेगा. इसलिए सर्वदलीय एकता टिकने वाली नहीं. श्री मुखिया ने कहा, गोरामुमो ने जीटीए समझौता को एकतरफा खारिज करने, पहाड़ के विधायकों के इस्तीफे, नगरपालिकाओं के निर्वाचित पार्षदों के इस्तीफे जैसे सुझाव रखे हैं, जिन्हें मोरचा किसी कीमत पर नहीं मानेगा.
राजेन मुखिया ने कहा, जीटीए की मियाद आगामी जुलाई में खत्म हो रही है. जैसे ही जीटीए चुनाव की घोषणा होगी, सबसे पहला नामांकन दाखिल करने के लिए मोरचा ही सामने आयेगा. श्री मुखिया ने यह भी आरोप लगाया कि तृणमूल कार्यकर्ताओं को डरा-धमका कर मोरचा में शामिल कराया जा रहा है.