इसके बाद ही परीक्षा को रद्द करने की घोषणा की गयी. इस घटना से गुस्साये छात्रों ने सीयू पहुंच कर मंत्री का घेराव किया, लेकिन कॉलेज परिसर में मंत्री की सुरक्षा में पहले से तैनात पुलिस कर्मियों ने हालात को काबू में किया. इस घटना के बाद पार्थ चटर्जी ने कहा कि घटना की जांच की जायेगी. कॉलेज प्रिंसिपल को शो कॉज भी किया जायेगा. वहीं जांच में दोषी पाये जाने पर उन्हें सस्पेंड भी किया जा सकता है. बता दें कि सीयू में गुरुवार को कैंपस परिवहन सेवा को चालू किया गया. इसके लिए दो बसें सीधे विश्वविद्यालय परिसर से रवाना होंगी. इस परिसेवा के उदघाटन के लिए शिक्षा मंत्री यहां पहुंचे थे.
उदघाटन समारोह में उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने राज्य के विभिन्न पाठ्यक्रमों में करीब साढ़े चार लाख सीटें बढ़ायी हैं. इनमें मेडिकल व इंजीनियरिंग भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि स्कॉलरशिप के लिए राज्य सरकार ने करीब 200 करोड़ शिक्षा विभाग को अावंटित किया है. उन्होंने कॉलेज स्ट्रीट इलाके की रैली व राजनीतिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाये जाने के मुद्दे पर कहा कि कुछ लोग सरकार के इस फैसले की निंदा कर रहे हैं. इसके पीछे सरकार का कोई विशेष उद्देश्य नहीं है. यहां पढ़नेवाले छात्रों के अनुरोध पर हमें यह फैसला लेना पड़ा है.