रतुआ एक ब्लॉक के तृणमूल नेता सौमित्र राय ने कहा कि काहाला ग्राम पंचायत में वाम-कांग्रेस गंठबंधन काफी दिनों से सत्ता में है. इसकेबावजूद वह लोग इलाके का कोई विकास नहीं कर पाये हैं. जबकि सरकार हर साल इस ग्राम पंचायत के विकास के लिए धन आवंटित कर रही है. 100 दिन काम, डिजिटल राशन कार्ड, विधवा और वृद्धावस्था पेंशन के मामले में गड़बड़ी की कई शिकायतें हमारे पास आयी हैं. स्ट्रीट लाइट के लिए धन का आवंटन हुआ था, लेकिन एक भी लाइट नहीं जलती. इलाके में पेयजल, सड़क और जल निकासी की व्यवस्था में भी कोई सुधार नहीं हुआ है. इन कामों के लिए लाखों रुपये आये, लेकिन कोई काम नहीं कराया गया. इसलिए पंचायत के काम का कच्चा चिट्ठा सामने लाने के लिए आरटीआइ कानून का सहारा लिया गया है.
तृणमूल नेता ने कहा कि इलाके के लोग हम से विकास कार्यों का हिसाब-किताब पूछते हैं. इस पर हमारा कहना होता है कि तृणमूल सरकार पंचायतों के माध्यम से विकास कार्य कर रही है. लेकिन काहाला पंचायत में कोई विकास कार्य नहीं हो रहा है. पंचायत में बैठे लोग केवल कागजों पर पैसे का खर्च दिखा रहे हैं. पूरे मामले की जानकारी ब्लॉक प्रशासन को दी गयी है.
वहीं पंचायत उप-प्रधान हसीना बीबी ने बताया कि स्थानीय तृणमूल नेतृत्व ने बीते गुरुवार को पंचायत ऑफिस में विरोध प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगें रखी थीं. उन्होंने जो आरटीआइ आवेदन किया है, हम उसके जवाब में पंचायत में हुए सारे कामों से संबंधित विस्तृत सूचनाएं उन्हें उपलब्ध करायेंगे.