बैठक की समाप्ति के बाद सुश्री बनर्जी ने कहा कि बैठक बेहद महत्वपूर्ण थी, जिसमें हमलोगों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई. इस अवसर पर तृणमूल सुप्रीमो ने दिल्ली व हरियाणा के बीच जल के बंटवारे के मुद्दे पर हरियाणा की भाजपा सरकार की निंदा की. उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य का पानी रोकना ठीक नहीं है. दिल्ली व हरियाणा दोनों ही भारत के राज्य हैं. हम सब एक देश के लोग हैं. पानी की किल्लत को हम लोग अच्छी तरह समझते हैं. यह अच्छी बात है कि हरियाणा ने बुधवार से दोबारा दिल्ली को पानी की आपूर्ति आरंभ कर दी है, पर जो कुछ भी हुआ, वह ठीक नहीं है. बेहद निंदनीय है.
यह बात राजनीतिक जानकार से लेकर तृणमूल से निलंबित राज्यसभा सदस्य कुणाल घोष भी मान रहे हैं. श्री घोष के मुताबिक सोनिया-ममता साथ आते हैं, तो पश्चिम बंगाल के कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं के लिए उसे हजम करना आसान नहीं होगा. जो कांग्रेस नेता ममता को सुबह से शाम तक पानी पी-पी कर कोसते रहे हैं, उनके खिलाफ अब किस नैतिकता से मुंह खोलेंगे. कहा जा रहा है कि कांग्रेस हाइकमान के इस कदम से पश्चिम बंगाल के कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटेगा और वे भाजपा की ओर रुख कर सकते हैं. भाजपा भी कांग्रेस व तृणमूल की नजदीकियों पर नजर बनाए हुए है.