ऐसे में यह सब नहीं चलेगा. त्रिपक्षीय समझौते को सीटू से लेकर बीएमएस तक को मानना होगा. प्रबंधन को भी मनमाने ढंग से मजदूरों का शोषण बंद करना होगा. जूट मिलों की जमीनी हकीकत जानने के लिए वह राज्य की 55 जूट मिलों का दौरा कर रही हैं. वह टीटागढ़ के केल्विन, एंपायर और हाजीनगर के हुकुमचंद जूट मिल का दौरा करने के बाद अंगस जूट मिल गेट पर पहुंचीं.
कल वह हावड़ा जायेंगी. इस सभा को उनके अलावा विधायक व भाटपाड़ा नगरपालिका के चेयरमैन अर्जुन सिंह, भद्रेश्वर नगरपालिका के चेयरमैन मनोज उपाध्याय, विद्युत राउत, तारक सिंह, नूर हसन, चन्ना राजभर सहित अन्य कई नेताओं ने संबोधित कर मजदूरों की हित की बात कही.