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उज्ज्वला योजना : 1 करोड़ 17 लाख 95 हजार 9 सौ 58 परिवारों को सुविधा देने का लक्ष्य
हावड़ा में अब तक 66 हजार परिवारों को मिल चुका है कनेक्श्न पिछले वर्ष यूपी के बलिया से हुई थी योजना की शुरुआत जे कुंदन हावड़ा : प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत अब तक बंगाल के 29 लाख परिवार (बीपीएल तालिका के अंतर्गत) को रसोई गैस कनेक्शन की सुविधा मिल चुकी है. बंगाल में लगभग […]
हावड़ा में अब तक 66 हजार परिवारों को मिल चुका है कनेक्श्न
पिछले वर्ष यूपी के बलिया से हुई थी योजना की शुरुआत
जे कुंदन
हावड़ा : प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत अब तक बंगाल के 29 लाख परिवार (बीपीएल तालिका के अंतर्गत) को रसोई गैस कनेक्शन की सुविधा मिल चुकी है. बंगाल में लगभग 17 लाख 95 हजार 9 सौ 58 परिवारों को यह सुविधा देने का लक्ष्य रखा गया है. दो वर्षों में इस लक्ष्य को पूरा करने की उम्मीद है. पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश के बलिया से उज्ज्वला योजना की शुरुआत हुई थी.
बंगाल में इस योजना की शुरुआत 14 अगस्त 2016 को हुई. नौ महीने के अंदर लगभग 29 लाख परिवारों को इस योजना का लाभ पहुंचा दिया गया है. यह जानकारी बीपीसीएल के क्षेत्रीय प्रबंधक वीआर सुधाकर ने दी है. इस योजना के शुरू होने के पहले बंगाल में 51 फीसदी परिवारों के पास रसोई गैस की सुविधा थी. इस योजना के आते ही अब 67 फीसदी परिवार इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. आनेवाले दिनों में शत प्रतिशत बीपीएल परिवार के घर रसोई गैस पहुंचाने का लक्ष्य है.
पूरे भारत में पांच करोड़ परिवारों को यह सुविधा पहुंचानी है. अब तक 2.2 करोड़ परिवारों को इस योजना का लाभ मिल चुका है. आंकड़ों के मुताबिक उज्ज्वला योजना का लाभ लेने में पहले पायदान पर उत्तर प्रदेश है. इसके बाद बिहार व बंगाल का स्थान है. हावड़ा में लगभग चार लाख 15 हजार बीपीएल परिवारों को चिन्हित किया गया है. अब तक इस योजना के तहत 66 हजार परिवारों को कनेक्शन दे दिये गये हैं.
क्या है उज्ज्वला योजना
उज्ज्वला योजना की शुरुआत एक मई 2016 को बलिया से हुई थी. नौ महीने बाद बंगाल में इस योजना को शुरू किया गया. यह योजना तीन वर्षों के लिए है. बीपीएल परिवार के घर रसोई गैस पहुंचाने के लिए इस योजना की शुरुआत की गयी, ताकि प्रदूषण कम हो व साथ ही धुएं से महिलाओं को मुक्ति मिले आैर वे बीमारी से ग्रसित नहीं हों.
योजना के पहले व बाद के कनेक्शन
राज्य पहले (%) बाद में (%)
उत्तर प्रदेश 61.90 72.84
बिहार 31.50 45.47
झारखंड 27.90 36.78
ओड़िशा 31.80 42.90
छत्तीसगढ़ 31.00 48.67
राजस्थान 62.90 77.77
पश्चिम बंगाल 51.50 66.98
जम्मू एंड कश्मीर 72.2 85.24
उत्तराखंड 87.0 95.12
पिछले नौ महीने में बंगाल से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. हालांकि लक्ष्य बहुत लंबा है, लेकिन तय समय के अंदर ही लक्ष्य को पूरा किया जायेगा. ग्रामीण महिलाएं व बीपीएल तालिका के अंतर्गत आनेवाले परिवार को धुएं से मुक्ति के लिए यह योजना शुरू की गयी है. कोयला, लकड़ी व उपले के जलने से निकलनेवाली धुआं शरीर के लिए बेहद हानिकारक होती है. हमें उम्मीद है कि सिर्फ बंगाल ही नहीं, पूरा देश धुएं से मुक्त होगा और एक स्वस्थ भारत का निर्माण होगा.
वीआर सुधाकर, क्षेत्रीय प्रबंधक, बीपीसीएल
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