उन्होंने कहा कि महारैली सांप्रदायिकता के खिलाफ, परिवहन उद्योग को बचाने, श्रमिकों का मौलिक अधिकार प्रदान किये जाने, श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये किये जाने, लोकतंत्र की रक्षा समेत कई मांगों को लेकर की जायेगी. महारैली में टैक्सी चालकों समेत परिवहन सेक्टर से जुड़े श्रमिकों के काफी संख्या में मौजूद रहने की संभावना है.
प्रचार अभियान के तहत कई इलाकों में बैनर व होर्डिंग्स लगाये जायेंगे. श्रीवास्तव ने कहा कि प्रस्तावित रैली को सफल बनाने की रणनीति तैयार करने के लिए 27 अप्रैल को एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन, वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी, कोलकाता मेटाडोर-मिनीडोर ऑपरेटर्स यूनियन की आम सभा बुलायी गयी है. सभा में प्रदेश एटक के महासचिव उज्जवल चौधरी समेत अन्य पदाधिकारियों के शिरकत करने की संभावना है.
सभा में राज्य में टैक्सी चालकों की विषम स्थिति और उनकी मांगों को लेकर भी चर्चा की जायेगी. टैक्सी चालकों के लंबित मांगों को लेकर एटक समर्थित टैक्सी संगठन अगले महीने टैक्सी हड़ताल का आह्वान भी कर सकता है. गौरतलब है कि चार मई को प्रस्तावित महारैली अपराह्न एक बजे से सुबोध मल्लिक स्क्वायर से श्रम विभाग के कार्यालय की ओर निकाली जायेगी.