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तीन तलाक के बॉल पर तृणमूल का बल्ला खामोश
असमंजस. मुद्दे का विरोध करें या समर्थन, निर्णय नहीं ले पा रही तृणमूल कांग्रेस अगले माह से प्रत्येक जिले में अभियान चलायेगी भाजपा अमर शक्ति कोलकाता : राजनीतिक पिच पर भाजपा तीन तलाक मुद्दे पर लंबा शॉट्स खेलने के मूड में है, लेकिन इस मुद्दे पर तृणमूल का बल्ला खामोश है. तृणमूल समझ नहीं पा […]
असमंजस. मुद्दे का विरोध करें या समर्थन, निर्णय नहीं ले पा रही तृणमूल कांग्रेस
अगले माह से प्रत्येक जिले में अभियान चलायेगी भाजपा
अमर शक्ति
कोलकाता : राजनीतिक पिच पर भाजपा तीन तलाक मुद्दे पर लंबा शॉट्स खेलने के मूड में है, लेकिन इस मुद्दे पर तृणमूल का बल्ला खामोश है. तृणमूल समझ नहीं पा रही है कि क्या करे. इस मुद्दे का समर्थन करे या विरोध. माना जाता है कि तृणमूल को राज्य में अल्पसंख्यक समुदाय का पूर्ण समर्थन प्राप्त है. उधर, तृणमूल के इस वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए भाजपा तैयार है. बता दें कि केंद्र सरकार देश में तीन तलाक की प्रथा पूर्ण रूप से खत्म करना चाहती है. भाजपा सरकार के इस फैसले का मुसलिम महिलाओं ने भी काफी समर्थन किया है, क्योंकि यह उनके हक एवं अधिकार की लड़ाई है. इस बारे में कभी किसी पार्टी ने कुछ नहीं सोचा. आजादी के बाद देश में पहली बार किसी सरकार ने इस प्रथा को खत्म करने की पहल की है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित जीत के बाद भाजपा के भी हौसले बुलंद हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो यूपी चुनाव में अधिकतर मुसलिम महिलाओं ने भाजपा को वोट दिया, जिस कारण भाजपा पूर्ण बहुमत हासिल कर सकी. ऐसी स्थिति में तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के सामने सवाल खड़ा हो गया है कि वह इसका समर्थन करें या नहीं. पिछले दिनों आरएसएस व अन्य संगठनों द्वारा निकाले गये जुलूस से तृणमूल पहले ही चिंतित थी. इसी बीच तीन तलाक के मुद्दे ने नयी राजनीतिक सरगर्मी पैदा कर दी है.
इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार मुसलिम महिलाओं के समर्थन में आवाज उठायी है. पार्टी कार्यकारिणी समिति की बैठक में प्रधानमंत्री ने भाजपा नेताओं एवं समर्थकों से कहा कि मुसलिम महिलाओं के अधिकार की रक्षा के लिए सभी को आगे आना होगा. पूरे देश में तीन तलाक के खिलाफ सभा एवं सम्मेलन का आयोजन करना होगा. अगले महीने से भाजपा इस मुद्दे को लेकर जागरूकता अभियान शुरू करेगी. पीएम के इस एलान के बाद तृणमूल कांग्रेस का इस मुद्दे पर क्या निर्णय लेती है, यह देखने वाली बात है. हालांकि, इससे पहले राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कोलकाता में जमायत-उलेमा-हिंद के कार्यक्रम में कहा था कि मेरी पत्नी मेरे साथ रहेगी या नहीं, इसे मुझे ही तय करने दें. इसका फैसला करने के लिए संविधान व ऊपर वाला है. मौके पर राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम एवं पुस्तकालय विभाग के मंत्री सिद्दिकुल्ला चौधरी भी मौजूद थे.
शिक्षा मंत्री सह तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव पार्थ चटर्जी के बयान से यह स्पष्ट हो रहा है कि तृणमूल कांग्रेस तीन तलाक के पक्ष में है. इस संबंध में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने बताया कि प्रदेश भाजपा की आेर से राज्य के सभी जिलों में तीन तलाक के खिलाफ सभा, सम्मेलन व परिचर्चा का आयोजन किया जायेगा. तीन तलाक प्रथा की निंदा के साथ ही तीन तलाक जैसे निंदनीय नियम का समर्थन करनेवाली तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ भी प्रचार अभियान चलाया जायेगा.
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