Advertisement
लोगों की जरूरतें पूरी करे भाजपा : पार्थ
अच्छा हुआ कि अमित शाह ने नहीं कहा रामयुग आयेगा भुवनेश्वर में नहीं होगी कोई राजनीतिक सभा कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर हमला बोलते हुए कहा है कि स्वर्ण युग आने के पहले तांबा, कांस्य व रजत युग आयेगा. भले ही उन्होंने यह नहीं […]
अच्छा हुआ कि अमित शाह ने नहीं कहा रामयुग आयेगा
भुवनेश्वर में नहीं होगी कोई राजनीतिक सभा
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर हमला बोलते हुए कहा है कि स्वर्ण युग आने के पहले तांबा, कांस्य व रजत युग आयेगा. भले ही उन्होंने यह नहीं कहा है कि राम राज्य आ जायेगा. श्री चटर्जी श्री शाह के उस वक्तव्य पर टिप्पणी कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा के शासन होने पर देश में स्वर्ण युग आयेगा.
श्री चटर्जी ने कहा कि पहले भाजपा आम लोगों की जरूरतों को पूरी करे. केंद्र सरकार ने राज्य की परियोजनाओं को मिलनेवाली राशि बंद या कटौती कर दी है. पहले उन परियोजनाओं की राशि दे, ताकि राज्य की जनता को कल्याण हो सके. केंद्र सरकार जिस तरह से नोटबंदी का एक तरफा फैसला ली है उससे आम लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा है.
उसे राज्य की जनता नहीं भूली है. श्री चटर्जी ने स्पष्ट कर दिया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 16 अप्रैल को पार्टी के बीमार सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय को देखने के लिए भुवेश्वर जा रही हैं. भुवनेश्वर में कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भुवनेश्वर दौरे के एक दिन के बाद सुश्री बनर्जी के भुवनेश्वर जाने को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है, लेकिन वह साफ करना चाहते हैं कि वह केवल अस्वस्थ सुदीप बंद्योपाध्याय को देखने जा रही हैं. इससे पहले वह सुब्रत बक्शी देखने गयी थीं. सुदीप बंद्योपाध्याय ने अनुरोध किया था कि पार्टी सुप्रीमो उन्हें देखने के लिए आयें. इसी कारण सुश्री बनर्जी 18 अप्रैल को भुवनेश्वर जा रही हैं.
मुख्यमंत्री अपना रही हैं दोहरा मापदंड : कुणाल
कोलकाता : तृणमूल सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय को देखने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भुवनेश्वर जानेवाली हैं. मुख्यमंत्री के इस फैसले पर तृणमूल से निलंबित सांसद कुणाल घोष ने सवाल उठाये हैं.
उनका कहना है कि मुख्यमंत्री दोहरा रवैया अपना रही हैं. श्री घोष ने कहा कि वह सुदीप बंद्योपाध्याय के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं. हालांकि बीमार होने पर भी श्री बंद्योपाध्याय जेल में नहीं हैं. वह एक निजी अस्पताल में हैं. कुणाल घोष ने कहा कि लेकिन जब वह कोलकाता के जेल में कैदी थे, तब लंबे अरसे तक उन्हें उनकी मां से भी मिलने नहीं दिया गया. मां बीमार होने पर भी मुलाकात की अनुमति नहीं मिली थी. बाद में कानूनी लड़ाई लड़कर आधे घंटे की मुलाकात संभव हो सकी थी. उनकी मां की मृत्यु उनके बीमार होने का प्रमाण देती है. यहां तक कि उनसे मिलने के लिए वाममोरचा के भी कुछ लोग आये थे. सूर्यकांत मिश्रा की चिट्ठी सचिवालय से गयी थी.
पहले अनुमति मिलने पर आखिरी वक्त में उसे खारिज कर दिया गया. श्री घोष ने यह भी कहा कि यदि ममता बनर्जी व सुदीप बंद्योपाध्याय की मुलाकात होती है और सीबीआइ चुप रहती है, तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण होगा. प्रभावशाली व्यक्ति जांच के दौरान अपनी मनमर्जी के मुताबिक कुछ भी कर सकते हैं. वह इसका तीव्र विरोध करते हैं. इस संबंध में वह सीबीआइ से शिकायत करेंगे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement