उनके पुत्र राजेश छेत्री का आरोप है कि बगैर चिकित्सा के उनकी मां की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी मां को मेरिना नर्सिं होम में पिछले मंगलवार को भरती कराया था. हेमोग्लाबीन की मात्रा कम होने की वजह से मां की यहां चिकित्सा करायी जा रही थी. कल सोमवार को डॉक्टरों ने उनकी मां को वेंटीलेटर पर रखने के लिए कहा. जबकि वेंटीलेटर मशीन ही खराब थी. सारा दिन उनके मां को वेंटीलेटर पर रखा गया, लेकिन डॉक्टरों को उस मशीन के खराब होने की जानकारी नहीं थी.
उन्होंने कहा कि इसी वजह से उनकी मां की मौत हो गई है. इस नर्सिंग होम में चिकित्सा की उचित सुविधा नहीं है. चिकित्सा के नाम पर रोगियों के परिजनों का शोषण किया जाता है. उन्होंने चिकित्सा में लापरवाही के लिए नर्सिंग होम प्रबंधन तथा दोषी डॉक्टरों एवं प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी चिट्टी लिखी है.
कोतवाली थाने के साथ ही जिले के सीएमओएच, जिला अधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक से भी नर्सिंग होम के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी गई है. दूसरी तरफ मेरिना नर्सिंग होम ने इस मामले में अपनी सफाई दी है. नर्सिंग होम की तरफ से खोखन मुखर्जी ने चिकित्सा में लापरवाही के आरोपों को नकार दिया है. उन्होंने कहा है कि उनके अस्पताल में दो-दो वेंटिलेटर मशीन है. यह सही है कि उसमें से एक वेंटिलेटर मशीन खराब है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि मरीज को लगायी गई वेंटिलेटर मशीन में कोई गड़बड़ी नहीं थी. उन्होंने आगे कहा कि रोगी की चिकित्सा डॉक्टर सुमंत मुखर्जी कर रहे थे. उन्होंने कल दो बार रोगी की जांच की. रोगी पहले से ही काफी बीमार थी. इसलिए तमाम कोशिश के बाद भी उनको बचा पाना संभव नहीं हुआ.