कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस को राष्ट्रीय राजनीति से बाहर करने के लिए साम्प्रदायिक, राजनीतिक षड़यंत्र रचा जा रहा है, लेकिन बंगाल अन्य राज्यों जैसा नहीं है. बंगाल को टार्गेट बनाने पर हम भी चुप नहीं बैठेंगे. बंगाल में तुष्टीकरण की राजनीति के आरोपों खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस को कमजाेर […]
कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस को राष्ट्रीय राजनीति से बाहर करने के लिए साम्प्रदायिक, राजनीतिक षड़यंत्र रचा जा रहा है, लेकिन बंगाल अन्य राज्यों जैसा नहीं है. बंगाल को टार्गेट बनाने पर हम भी चुप नहीं बैठेंगे. बंगाल में तुष्टीकरण की राजनीति के आरोपों खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस को कमजाेर करने के लिए सांप्रदायिक, राजनीतिक षड़यंत्र रचा जा रहा है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस इस षड़यंत्र का मुंह तोड़ जवाब देगी. बंगाल में सभी धर्म के लोग रहते हैं. इसलिए कौन क्या खायेगा और क्या पहनेगा, इसे तय करने का अधिकार किसी के पास नहीं है.
वह सभी धर्मों पर विश्वास रखती हैं. उन्होंने कहा कि बंगाल में मुसलिम तुष्टीकरण की कोई राजनीति नहीं हो रही और ना ही यहां हिंदू असुरक्षित हैं. कुछ लोग संप्रदाय का हवाला देकर यहां फूट डालना चाहते हैं, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार बदले की राजनीति कर रही है.
केंद्र सरकार द्वारा बंगाल की उपेक्षा की जा रही है. उत्तर प्रदेश के बाद भाजपा का अगला टार्गेट बंगाल है, इस संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल को अगर कोई टार्गेट बनायेगा तो हम उसे छोड़ने वाले नहीं हैं. वह अगर चाहें तो अभी के अभी भाजपा के टॉप 15-20 नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भिजवा सकती हैं. लेकिन वह राजनीति लड़ाई का जवाब राजनीति से ही देना चाहती हैं. इसके साथ ही बंगाल के संबंध में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रस्ताव को बौखलाहट भरा कदम बताया. वह राज्य में अपना आधार बढ़ाने में नाकाम रहा है. इसलिए अब इस प्रकार का कदम उठा रहा है.
मेडिकल कोई प्रोमोटिंग का धंधा नहीं : राज्य सरकार ने निजी अस्पतालों के कामकाज पर निगरानी रखने के लिए नया कानून व आयोग का गठन किया है, लेकिन अगर कोई निजी अस्तपालों के खिलाफ झूठा आरोप लगाता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी. यह कानून व आयोग सभी पहलुओं की जांच करेगा. यह बातें गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कही. उन्होंने कहा कि सभी पहलुओं की जांच करके ही कोई फैसला लिया जायेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि कोई भी किसी निजी अस्पताल के खिलाफ झूठा आरोप लगायेगा, इसकी संख्या काफी कम होगी. वहीं, नये कानून व आयोग के संबंध में कहा कि बंगाल में लगभग 99.9 प्रतिशत चिकित्सक सेवाभाव से अपना कार्य कर रहे हैं, लेकिन 0.01 प्रतिशत चिकित्सकों ने इसे धंधा बना लिया है. मेडिकल कोई प्रोमोटिंग का धंधा नहीं है. यह सेवा कार्य है. जो लोग गलत कर रहे हैं, उन लोगों को ही इसका डर सता रहा है. जो सही हैं, वह इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं.
कॉलेजों में गवर्निंग बॉडी बनाने पर विचार : मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉलेज व विश्वविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव की बजाय गवर्निंग बॉडी होनी चाहिए. इससे चुनाव के दौरान वहां होनेवाली झड़प की घटना ही बंद हो जायेगी. सेंट जेवियर्स कॉलेज में छात्र संसद का चुनाव नहीं होता और वहां गवर्निंग बॉडी के माध्यम से ही सारे काम होते हैं.