कोलकाता. आनंदलोक अस्पताल की सभी शाखाओं में मंगलवार को नये मरीज की भरती नहीं ली गयी. हालांकि पहले से इलाजरत मरीजों की सर्जरी की गयी. सॉल्टलेक में करुणामई स्थित अस्पताल की मुख्य शाखा में करीब 170 बेड हैं. यहां 120 मरीजों का इलाज चल रहा है. इनमें से 40 से 48 मरीजों की सर्जरी होनी है.
अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार, अधिकतर मरीजों की सर्जरी मंगलवार को की गयी. अस्पताल के संस्थापक देव कुमार सराफ ने कहा : पहले से भरती किसी मरीज के इलाज में कोई कोताही नहीं बरती जायेगी. इंडोर विभाग में भरती मरीजों के स्वस्थ होने के बाद अस्पताल बंद कर दिया जायेगा. मैं 36 साल से अस्पताल चला रहा हूं. मौजूदा परिस्थिति से हमने मुख्यमंत्री को अवगत करा दिया है. लेकिन अब तक सीएम कार्यालय से किसी ने संपर्क नहीं किया. आनंदलोक के बंद होने से चार अन्य बड़े कारपोरेट अस्पताल खुल जायेंगे. आनंदलोक की कुल 32 शाखाएं है.
इनमें 12 अस्पताल हैं. इसके अलावा छोटे-छोटे आउटडोर विभिन्न जिलों में संचालित हैं. उधर, विधान नगर के मेयर सब्यसाची दत्ता ने अस्पताल प्रबंधन को मदद देने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि इस विषय पर वह सरकार से बातचीत कर रहे हैं. साथ ही अस्पताल प्रबंधन को आर्थिक मदद करने के विषय पर भी विचार-विमर्श चल रहा है.