विधानसभा के बजट सत्र समाप्त होने के अंतिम दिन तक कांग्रेस ने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया था, हालांकि वाम मोरचा भी भोजनावकाश के पहले तक की कार्यवाही का बहिष्कार कांग्रेस के साथ मिल कर करती थी, लेकिन वाम मोरचा के विधायकों ने बजट पर हुई बहस में हिस्सा लिया था.
इस संबंध में पूछे जाने पर कांग्रेस विधायक दल के नेता अब्दुल मन्नान ने कहा कि 28 फरवरी को कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलायी गयी है. बैठक में यह फैसला किया जायेगा कि कांग्रेस के विधायक अधिवेशन में हिस्सा लेंगे या नहीं.
उन्होंने कहा कि राज्य में फासीवादी सरकार चल रही है. यह सरकार कोई भी नीति या नियम का पालन नहीं कर रही है. विधानसभा की नीति और नियम का उल्लंघन कर फैसले लिये जा रहे हैं तथा नये नियम बनाये जा रहे हैं. कांग्रेस इस सरकार के मनमाने फैसले को नहीं मानेगी तथा उसका विरोध करते रहेगी.