निजी अस्पतालों व नर्सिंग होम ही नहीं बल्कि डायग्नोस्टिक सेंटरों भी प्रशासन की गाज गिरेगी. डॉ श्रीवास्तव का कहना है कि निजी अस्पताल हो या फिर डायग्नोस्टिक सेंटर किसी की भी मनमानी व लापरवाही बरदाश्त नहीं की जा सकती.
मरीज को किस तरह की स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही है आदि की निगरानी की जायेगी. इनके अलावा निजी अस्पताल व डायग्नेस्टिक सेंटर सरकारी नियम-कानून का पालन भी कर रहे हैं या नहीं इस पर नजर रखी जायेगी. इसके तहत निजी अस्पताल व डायग्नोस्टिक सेंटर को चलाने के लिए सभी जरूरी कागजात, अग्निशमन इंतजाम, बायो मेडिकल वेस्ट का इंतजाम, पार्किंग जैसी जरूरी सेवाओं पर भी ध्यान दिया जायेगा. डीएम ने कहा कि अगर ऐसे किसी भी मामले में निजी अस्पताल व डायग्नोस्टिक सेंटर की लापरवाही सामने आती है तो उनके विरूद्ध सख्त कार्रवायी की जायेगी.