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बैंक मैनेजर बता कर धोखाधड़ी

कोलकाता. खुद को बैंक का मैनेजर बता कर लोगों को फोन कर धोखाधड़ी करने के आरोप में विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट की साइबर क्राइम शाखा ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके नाम राजू साव, आनंद सेन व पवन अग्रवाल हैं. इनमें से दो आरोपी आनंद सेन व पवन अग्रवाल बंगाल के रहनेवाले हैं, जबकि […]

कोलकाता. खुद को बैंक का मैनेजर बता कर लोगों को फोन कर धोखाधड़ी करने के आरोप में विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट की साइबर क्राइम शाखा ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके नाम राजू साव, आनंद सेन व पवन अग्रवाल हैं. इनमें से दो आरोपी आनंद सेन व पवन अग्रवाल बंगाल के रहनेवाले हैं, जबकि तीसरा आरोपी राजू साव झारखंड के धनबाद का रहनेवाला है. साइबर क्राइम शाखा की पुलिस ने उनके पास से मोबाइल फोन, बैंक का पासबुक सहित कई दस्तावेज जब्त किये हैं. शनिवार को पुलिस ने तीनों आरोपियों को विधाननगर अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें तीन दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. साइबर क्राइम शाखा के अधिकारी के अनुसार, इन आरोपियों का एक गिरोह है, जो बंगाल व झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों से इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे रहा है.
गौरतलब है कि बैंक मैनेजर का परिचय देते हुए आरोपियों ने तीन लाेगों के रुपये उनके एकाउंट से गायब किये हैं. पहला मामला बागुईहाटी के रहनेवाले प्रशांत कुमार नंदी का है. श्री नंदी को बैंक का प्रबंधक के नाम से आरोपियों ने फोन किया था और उन्होंने प्रशांत नंदी से उनके एटीएम कार्ड का नंबर, पिन नंबर व एकाउंट के बारे में जानकारी मांगी. प्रशांत नंदी ने पूरी सूचना भी दे दी. इसके बाद ही उनके एकाउंट से 54,997 रुपये निकाल लिये गये. इसके बाद आरोपियों ने सॉल्टलेक के रहनेवाले ध्रुवज्योति प्रसाद चक्रवर्ती के एकाउंट से भी 91,496 रुपये निकाल लिये. आरोपियों ने अपना तीसरा शिकार, सॉल्टलेक के रहनेवाले देवनाथ साव को बनाया और उनके एकाउंट से भी इसी प्रकार ठगी करते हुए 39850 रुपये निकाल लिये. सभी पीड़िताें ने अपने मामले की रिपोर्ट स्थानीय थाने में दर्ज करायी. इसके बाद मामले की जांच का जिम्मा विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट की साइबर क्राइम शाखा को सौंप दिया गया. साइबर क्राइम शाखा ने मामले की जांच में पाया कि इन तीनों लोगों को लगभग एक ही स्थान से फोन किया गया था.

इसके बाद साइबर क्राइम को मामले के तार धनबाद से जुड़े होने का सुराग मिला. मामले की जांच करते हुए पुलिस को पता चला कि प्रशांत नंदी को यह फोन झारखंड के धनबाद से आया था और इसके बाद विधाननगर पुलिस ने इस घटना में धनबाद से राजू साव को गिरफ्तार किया. राजू साव पश्चिम बंगाल के बर्दवान का मूल निवासी है. वह धनबाद में आइटीआइ कॉलेज का छात्र है और वहां से इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देता था. राजू साव से पूछताछ करने के बाद दो और आरोपियों का पता चला. बाकी दो आरोपी आनंद सेन व पवन अग्रवाल भी बर्दवान जिले के रहनेवाले हैं. आनंद सेन एक निजी बैंक में कार्यरत है. पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी कंप्यूटर में निपुण हैं, इसलिए आसानी से ये लोगों के रुपये उनके एकाउंट से गायब कर देते थे.

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