उल्लेखनीय है कि गत 24 जनवरी की दोपहर सिलीगुड़ी थाना अंतर्गत कॉलेजपाड़ा स्थित पीएनटी आवास से बीएसएनएल के एक अस्थायी कर्मचारी सौमेन दास (37) का नग्न शव पुलिस ने बरामद किया था. घटना के समय उसकी पत्नी लिपिका और उसकी एक बच्ची घर से लापता थी. सौमेन का शव मिलने के बाद उसकी पत्नी की तलाश हो रही थी. गत 31 जनवरी को इस मामले में पुलिस को एक सफलता हाथ लगी. जांच कर रही पुलिस के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में लापता व अस्वाभाविक मौत के मामलों को खंगालने पर एक फाइल हाथ लगी. न्यू जलपाईगुड़ी जीआरपी थाने की पुलिस ने 9 जनवरी को स्टेशन से दो किलोमीटर की दूरी एक महिला का दो टुकड़ों में बंटा शव बरामद हुआ था. यह शव लिपिका दास से काफी मिलता-जुलता पाया गया.
शव मिलने के बाद कई दिन तक किसी रिश्तेदार द्वारा दावेदारी ना करने पर पुलिस ने शव को मिट्टी में दफना दिया. पुलिस ने मृत सौमेन के परिवार और लिपिका की मां को उस शव की तस्वीर, कपड़े व अन्य बरामद सामान दिखाये. लिपिका की मां ने शव की शिनाख्त भी की. लेकिन अब लिपिका की मां अंजलि पात्र का कहना है कि तस्वीर में पहचानना काफी मुश्किल था. उन्होंने एक नाइटी देखकर शिनाख्त की थी. लेकिन अब उनके मन में आया है कि एक ही तरह का कपड़ा कई लोगों का हो सकता है. कपड़े के मिलने से ही शव की शिनाख्त नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि लिपिका का हाल ही में एक ऑपरेशन हुआ था. इसके अतिरिक्त उसके शरीर पर कुछ जन्मजात निशान भी थे. उसे देखकर वह शिनाख्त करना चाहती हैं. इसलिए लिपिका के दफनाये शव को मिट्टी से निकालने की मांग उन्होंने प्रशासन से की है.
सौमेन का शव मिलने के समय से उसकी पत्नी और बच्ची लापता हैं. पुलिस का अनुमान है कि सौमेन नशे का आदी था और नशे की अत्यधिक डोज की वजह से ही उसकी मौत हुई होगी. उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उसके मौत से रहस्य का बादल छटेगा. सौमेन के पिता बीएसएनएल के एक स्थायी कर्मचारी थे. उनके ही नाम पर बीएसएनएल कार्यालय के निकट पीएनटी आवास के ब्लॉक तीन में कमरा नंबर तीन एलॉट हुआ था. एक वर्ष पहले ही वे स्वर्ग सिधार गये. इसके बाद से सौमेन की मां अपने बेटे, बहू के साथ सिलीगुड़ी में रहने लगी. बीते दिसंबर महीने में सौमेन की मां कोलकाता स्थित अपने मूल निवास स्थल बड़ा बाजार गयी हुई थी. तीन जनवरी को उनके लौटने की बात थी. लेकिन स्वयं कोलकाता आने की बात कहकर सौमेन ने उसे रोक रखा था.
प्राथमिक जांच में पुलिस को पता लगा है कि पिछले काफी दिनों से लिपिका और बच्ची का किसी से मिलना-जुलना नहीं हुआ था. हालांकि 18 जनवरी तक सौमेन ने सभी से फोन पर बात की था, लेकिन उसके बाद से उसका भी संपर्क टूट गया. अंत में सौमेन व लिपिका की मां अपने अन्य रिश्तेदारों के साथ 24 जनवरी को कोलकाता से सिलीगुड़ी पहुंचे. घर का दरवाजा खोलते ही सौमेन का नग्न शव बिस्तर पर पड़ा था और लिपिका व बच्ची लापता थी. घर का सारा सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा था. पुलिस को घटना स्थल से 44 हजार रुपये नगद और कुछ गहने भी मिले थे. इस मामले में बच्ची का अब भी कुछ पता नहीं चल पाया है.