चुनाव में साढ़े चार सौ से भी ज्यादा कॉलेजों व विश्वविद्यालयों के साढ़े छह लाख से ज्यादा विद्यार्थी हिस्सा लेंगे. छात्र संसद चुनाव की प्रक्रिया शुरू होते ही राज्य के विभिन्न कॉलेजों में वामपंथी छात्र संगठनों के कई कार्यकर्ता हमले के शिकार हुए हैं. आरोप के अनुसार विभिन्न काॅलेज परिसर में सत्तारूढ़ दल के छात्र संगठन तृणमूल छात्र परिषद के नेतृत्व में बाहरी असामाजिक तत्वों की ओर से हिंसा का वातावरण तैयार करने की कोशिश जारी है. सामान्य विद्यार्थियों की फी-बुक और परिचय पत्र भी जबरन छीनने की बात सामने आयी है. वामपंथी छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं को नामांकन पत्र लेने और जमा करने में बाधा डाली जा रही है.
इसके लिए धमकी, मारपीट व अन्य हथकंडे अपनाये जा रहे हैं. कॉलेजों व विश्वविद्यालयों को विपक्षी मुक्त बनाने की साजिश की जा रही है. शैक्षणिक संस्थानों में कथित अराजकता की स्थिति का वामपंथी दलों ने कड़ी निंदा की है. सुजन चक्रवर्ती ने छात्र संसद चुनाव निष्पक्ष कराये जाने के लिए प्रशासन से सटीक कदम उठाने की मांग की है.