पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शिकायत में उन्होंने कहा कि एक बीमा एजेंट से उन्होंने 12 हजार 440 रुपये का वाहन बीमा करवाया था. इसका सर्टिफिकेट उनके एजेंट ने उन्हें दिया था. वह वाहन बीमा का क्लेम करने के लिए सर्टिफिकेट लेकर बीमा कंपनी के दफ्तर में गये. इस दौरान कंपनी ने सर्टिफिकेट की जांच करने पर पाया कि सर्टिफिकेट नकली है और कंपनी ने इस नाम का कोई सर्टिफिकेट पहले जारी ही नहीं किया था. इस जानकारी के बाद उन्हें खाली हाथ वहां से लौटना पड़ा. इसके बाद उन्होंने काशीपुर थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी.
पुलिस ने जांच करते हुए प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. उससे पूछताछ के बाद नकली सर्टिफिकेट बनानेवाले दो और अारोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. तीनों ने अब तक कितने ग्राहकों को चूना लगाया है, इस संबंध में पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.