यह आरोप राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व माकपा के वरिष्ठ नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य ने लगाया है. वह माकपा के मुखपत्र ‘गणशक्ति’ के प्रकाशन के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में महानगर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ता के तौर पर मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भाजपा नीत केंद्र सरकार व तृणमूल कांग्रेस नीत राज्य सरकार की नीतियों पर कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि बंगाल में एक ओर जम्हूरियत खतरे में है, जबकि पूरे देश में पूंजीवाद व सांप्रदायिक शक्तियों को बढ़ावा मिल रहा है. शैक्षणिक संस्थानों पर हमले हो रहे हैं.
लोगों के बोलने की आजादी छीनने की कोशिश की जा रही है. नयी आर्थिक नीति बड़ी-बड़ी कॉरपोरेट कंपनियों के फायदे के लिए देशवासियों के समक्ष थोपने की कोशिश भी जारी है. कालाधन पर अंकुश के नाम पर आम लोगों को ही परेशानी दी गयी. बात पश्चिम बंगाल की करें, तो यहां की स्थिति समय के साथ और विषम होती जा रही है. राज्य सरकार बेरोजगारी, गरीबी जैसी समस्याओं को लेकर कोई बात नहीं करती है. रोजवैली चिटफंड कांड में कथित संलिप्तता के आरोप में तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय की गिरफ्तारी के विषय पर अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अब धीरे-धीरे पोल खुल रही है. उन्होंने वामपंथी ताकत को और मजबूत करने पर जोर देते हुए कहा कि जनहित के लिए केवल वामपंथी आंदोलनरत हैं और उनकी लड़ाई हमेशा जारी रहेगी. मौजूदा विषम स्थिति में उन्होंने वामपंथियों से धैर्य बनाये रखने की अपील करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से जनसंपर्क बढ़ाने पर जोर देने की बात कही है. कार्यक्रम के दौरान राज्य में वाम मोरचा के चेयरमैन विमान बसु, माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा, गणशक्ति के संपादक नारायण दत्त समेत अन्य वरिष्ठ लोग मौजूद रहे.