इस अवसर पर एक पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन भी पेश किया गया. बैठक में यह निर्णय किया गया है कि अब से विश्वविद्यालय के सभी वित्तीय लेनदेन व संग्रह पूरी तरह से कैशलेस होंगे. सूत्रों के अनुसार विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारियों के वेतन सीधे बैंक में जायेंगे. छात्रों से लिये जाने से शुल्क व भुगतान सभी अब से कैशलेस होंगे. रिसर्च प्रोग्राम के लिए भुगतान, विभिन्न एजेंसियों को दिये जाने वाले भुगतान नेट बैंकिंग के जरिये किया जायेगा. अधिकारी का कहना है कि वे लोग रवींद्र भवन में प्रवेश व अन्य दुकानों में भुगतान भी प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन के जरिये करने की योजना बना रहे हैं.
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने इस संबंध में एसबीआइ शांतिनिकेतन शाखा के अधिकारियों के साथ बातचीत की है तथा बैंक ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. विश्वविद्यालय के कार्यवाही रजिस्ट्रार अमित हाजरा का कहना है कि बैंक ने आश्वासन दिया है कि वे विश्वविद्यालय के अधिकारियों को इस बाबत प्रशिक्षण भी देंगे. इस बीच, यह निर्णय किया गया है कि एसबीआइ की शांतिनिकेतन शाखा के कर्मचारी विश्वविद्यालय के अधिकारियों को 17 दिसंबर को पीओएस मशीन के इस्तेमाल का प्रशिक्षण देंगे. उन्होंने नेट व मोबाइल बैंकिंग की जानकारी भी देंगे.