इसके बाद कार्ड फिर से दोबारा सक्रिय करने के बदले कुछ नंबर मांगे. उन्होंने एटीएम कार्ड का नंबर समेत कई महत्वपूर्ण जानकारी फोन करनेवाले को दे दी. इसके बाद युवक ने कहा कि उनके मोबाइल पर कुछ नंबर आयेंगे, वह नंबर फोन पर बताते रहें. इस तरह आठ से नौ बार उनके मोबाइल पर चार से पांच अंको का नंबर आता गया और वह फोन करनेवाले को उक्त नंबर बताते गये.
इसके बाद फोन करनेवाले ने कहा कि 24 घंटे में उनका अकाउंट सक्रिय हो जायेगा. उनका आरोप है कि फोन काटते ही उन्होंने मोबाइल पर देखा कि बारी-बारी से एक लाख 12 हजार 899 रुपये उनके अकाउंट से निकाल लिये गये हैं. इसके बाद वह थाना में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे. इस मामले में कोलकाता पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) विशाल गर्ग ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, तो पता चला कि अकाउंट से रुपये विभिन्न एप के वैलेट में ट्रांसफर किये गये हैं. उन लोगों में इजाज भी शामिल था. उसके अकाउंट में 3800 रुपये ट्रांसफर किये गये थे. इसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया. बुधवार को अदालत में पेश करने पर उसे 16 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. इस गिरोह के अन्य आरोपियोें की तलाश जारी है.