कोलकाता. मध्य प्रदेश में आठ सिमी आतंकियों के एनकाउंटर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान की प्रदेश भाजपा ने कड़ी निंदा की है. एनकाउंटर पर सवालिया निशान लगानेवाली मुख्यमंत्री पर ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने सवाल उठाते हुए कहा कि यहां उनकी सरकार ने माओवादी नेता किशनजी की हत्या करवायी थी, उस हत्याकांड की भी जांच होनी चाहिए. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस एनकाउंटर को राजनीतिक प्रतिहिंसा का नाम दिया था और कहा था कि उनको इस एनकाउंटर पर विश्वास नहीं है. उन्होंने कहा कि किशनजी की हत्या मामले की भी जांच होनी चाहिए. ऐसा करनेवालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.
इस संबंध प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री के बयान की कड़ी निंदा की और साथ ही कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया. श्री घोष ने कहा कि जिन लोगों ने ना जाने कितने लोगों की हत्या की है और उसको अगर जिंदा रखा जाये तो ना जाने वह और कितने लोगों की हत्या करेगा. ऐसा आतंकी का एनकाउंटर करना ही सही है.
किशनजी की मृत्यु पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि किशनजी को पुलिस ने जामबनी से पकड़ा था और उसका एनकाउंटर शालबनी में हुआ, ऐसा क्यों, इसका जवाब मुख्यमंत्री नहीं दे पायी हैं. भोपाल में हुए इनकाउंटर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा उठाये सवाल पर श्री घोष ने कहा कि सबसे बड़ी विडम्बना और आश्चर्य यह है कि पश्चिम बंगाल से ही सबसे अधिक आतंकियों के एजेंट व आतंकी यही से पकड़े जाते हैं. वह जानते हैं कि पुलिस उनको नहीं पकड़ेगी. वोट तो वही लोग देते हैं.
मुख्यमंत्री इन लोगों का एनकाउंटर नहीं करा सकती. उनके व उनकी पुलिस के पास इतनी ताकत नहीं है. इसलिए वह एनकाउंटर के खिलाफ बोल रही हैं. पूरे देश में आतंकवाद के खिलाफ मुहिम चल रही है, लेकिन बंगाल में इसका कोई प्रभाव नहीं, क्योंकि बंगाल ही उनके लिए बहुत बड़ा शेल्टर है. उन्हाेंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पर इस मामले को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया.