Advertisement
डेबिट कार्ड यूजर्स सतर्क रहें
बैंक अधिकारी के नाम से फोन आये तो बिना कोई जवाब दिये फोन काटें एटीएम कार्ड, पासबुक व अकाउंट की सभी समस्या का बैंक में जाकर करें समाधान कोलकाता. कभी खुद को बैंक का मैनेजर बता कर तो कभी एटीएम सेंटर का अधिकारी बता कर एटीएम हैकर गिरोह कॉल कर रहा है. इसके बाद बैंक […]
बैंक अधिकारी के नाम से फोन आये तो बिना कोई जवाब दिये फोन काटें
एटीएम कार्ड, पासबुक व अकाउंट की सभी समस्या का बैंक में जाकर करें समाधान
कोलकाता. कभी खुद को बैंक का मैनेजर बता कर तो कभी एटीएम सेंटर का अधिकारी बता कर एटीएम हैकर गिरोह कॉल कर रहा है. इसके बाद बैंक के ग्राहकों से एटीएम कार्ड व पिन नंबर हासिल करके उनके अकाउंट से मोटी रकम निकाल लेता है. एेसी घटनाएं इन दिनों धड़ल्ले से बढ़ रही है. बैंक मैनेजर द्वारा फोन करने की बात सुन कर झांसे में आकर कुछ लोग अपना सिक्रेट एटीएम कार्ड व पिन नंबर बता दे रहे हैं. इससे वे शातिरों के जाल में फंस कर अपने अकाउंट से रुपये गवां बैठ रहे हैं. कोलकाता पुलिस इस तरह की समस्या के सिलसिले में लोगों को काफी पहले से जागरूक करती आ रही है. हाल ही में इस तरह की बढ़ती घटनाओं के बाद फिर से कोलकाता पुलिस लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रही है.
कैसे करते हैं ठगी
लालबाजार के बैंक धोखाधड़ी निरोधी विभाग के एक सदस्य ने बताया गिरोह के सदस्य खुद को बैंक का बड़ा अधिकारी बता कर फोन करते हैं. ग्राहकों को फोन पर वे कहते हैं कि वह बैंक से बोल रहा है. काफी दिनों से बैंक में उन्होंने केवाइसी फॉर्म नहीं भरा है. इसके कारण उनका एटीएम कार्ड ब्लॉक कर दिया जा रहा है. कार्ड ब्लॉक होने के बाद कागजात के साथ बैंक आकर अपना ब्लॉक एटीएम कार्ड खुलवा लें या फिर एटीएम कार्ड के 16 अंकों का नंबर व पिन नंबर फोन पर उन्हें बता कर कार्ड बंद होने से बच सकते हैं. परेशानी से बचने के लिए कुछ लोग एटीएम का पिन व कार्ड नंबर फोन पर बता देते हैं. इसके बाद वे अपने लिए परेशानी बढ़ाते हैं. इधर शातिर व्यक्ति पासवर्ड व कार्ड नंबर मिलते ही उस ग्राहक के अकाउंट से रुपये निकाल लेते हैं.
अब महिलाएं भी कर रहीं फोन
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पहले युवक इस तरह के फोन कर ग्राहकों से उनका एटीएम कार्ड व पिन नंबर हासिल करते थे, लेकिन उनके पास अब कई शिकायतें ऐसी आ रही हैं, जिसमें ग्राहकों को बैंक अधिकारी बता कर महिलाएं फोन कर ठगी के लिए उनसे कार्ड व पिन नंबर ले रही हैं. हाल ही में मैदान थाने में एक शिकायत दर्ज हुई थी, जिसमें शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया था कि उन्हें किसी महिला ने फोन किया था और बताया कि वह एक सरकारी बैंक की फोर्ट विलियम ब्रांच की मैनेजर बोल रही है. इसके बाद कार्ड ब्लॉक होने की जनकारी देकर उनसे कार्ड व पिन नंबर हासिल कर ली. इसके उनके बैंक अकाउंट से 49 हजार 752 रुपये निकाल लिये गये.
बैंक अधिकारी पिन व कार्ड नंबर नहीं मांगते
ग्राहकों को जागरूक करते हुए एक गैर सरकारी बैंक के अधिकारी निशांत शहगल ने बताया कि बैंक की तरफ से ग्राहक को पिन नंबर व कार्ड नंबर के लिए कभी फोन नहीं किया जाता, क्योंकि ग्राहकों का अकाउंट नंबर से लेकर कार्ड की पूरी जानकारी बैंक के पास होती है, जो कई सिक्रेट कोड के अंदर सुरक्षित रहती है. इसके कारण ग्राहकों से कभी कोई जरूरत पड़ती है तो बैंक अधिकारी ग्राहकों को फोन कर बैंक में आकर संपर्क करने की सूचना देते हैं. बैंक अधिकारी बता कर कोई भी फोन करे तो उसे कुछ भी ना बताये और फोन काट कर सीधे बैंक जाकर ब्रांच मैनेजर से संपर्क करें.
घर के सभी सदस्यों तक यह जानकारी पहुंचायें
कोलकाता पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) विशाल गर्ग ने बताया कि कई बार तो परिवार के एक सदस्य को इस तरह के फोन करनेवाले से बचने की जानकारी होती है, लेकिन घर के बाकी सदस्य इस तरह की जानकारी से अवगत नहीं होते.
इसके कारण कई मामलों में यह देखा गया है कि पुरुष घर में नहीं होने की स्थिति में फोन आने पर महिलाएं अपने बैंक अकाउंट का एटीएम कार्ड व पिन नंबर फोन करनेवाले शातिर को बता कर उनके जाल में फंस जाती हैं. इसीलिए खुद सतर्क रहने के साथ परिवार के सभी सदस्यों को सतर्क करें. कोलकाता पुलिस महानगर के लोगों को मैसेज भेज कर सतर्क कर रही है. लोगों के जागरूक होने से ही इस तरह की घटनाओं में कमी आयेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement