कोलकाता:उत्तर 24 परगना जिले का हाजीनगर इलाका दो समुदायों के बीच हुई झड़प के बाद अशांत है. हालात अभी भी पूर्ण रूप से नहीं सुधरे हैं. स्थानीय लोग खौफ के साये में रह रहे हैं. दशमी के दिन दो समुदायों के बीच शुरू हुए विवाद ने मुहर्रम व उसके बाद वाले दिनों में विकराल रूप धारण कर लिया. पुलिस को स्थिति पर काबू पाने के लिए फायरिंग तक करनी पड़ी, जिसमें दो महिलाओं समेत कई लोग घायल हो गये. हालांकि हाजीनगर क्षेत्र में 24 घंटे में किसी प्रकार की अप्रिय घटना की खबर नहीं है, लेकिन बीते दिनों का साया अभी भी है़ .
स्थानीय लोगों के बीच आतंक का माहौल है़ इलाके में शांति बनाये रखने के लिए पुलिस व सुरक्षा बलों की गश्त जारी है़ प्रशासनिक स्तर पर भी हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं. इसके बावजूद तोड़फोड़ और हिंसक झड़प की आशंका बनी हुई है़ वहीं पुलिस का कहना है कि स्थिति पहले से सामान्य हुई है़ रविवार से अब तक किसी प्रकार कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है़ .
सोमवार सुबह यहां के बाजारों में कई दुकानें खुलीं, जहां लोग जरूरी सामान की खरीदारी करते दिखे़ जबकि यहां के कई इलाकों में अब भी सन्नाटा पसरा है़ लोग अपने घरों से निकलने में भय महसूस कर रहे हैं. राजनीतिक पार्टियों की ओर से भी हाजीनगर में पुन: शांति बहाल करने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है़ रविवार को सत्ता पक्ष की ओर से स्थानीय विधायक शुभ्रांषु राय के नेतृत्व में एक शांति रैली निकाली गयी. वहीं भारतीय जनता पार्टी की ओर से भाजपा नेता शमिक भट्टाचार्य ने इलाके में जाकर वहां के लोगों से मिलकर स्थिति का जायजा लिया था़ पुलिस के अनुसार इलाके के शांति कायम करने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है़ उम्मीद है कि स्थिति पूरी तरह जल्द सामान्य हो जायेगी़