इसके बाद मिलन मालाकार ने स्पीड पोस्ट के एसाइनमेंट नंबर को इंटरनेट पर चेक किया और उससे पता चला कि उनके द्वारा भेजा गया ड्राफ्ट राज्य सचिवालय पहुंचा है. इसके बाद राज्य सचिवालय के अधिकारियों का सुर बदल गया. कई बार फोन पर संपर्क करने के बाद आखिरकार राज्य सचिवालय के अधिकारियों ने कहा कि वह पुराने ड्राफ्ट को कैंसल करा कर नया ड्राफ्ट तैयार कर भेजें.
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सचिवालय से ड्राफ्ट गायब
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आपदा राहत कोष में बहरमपुर के समाजसेवी ने ड्राफ्ट भेजा था. यह ड्राफ्ट राज्य सचिवालय तो पहुंचा, लेकिन उसके बाद गायब हो गया. गौरतलब है कि मुर्शिदाबाद के बहरमपुर के रहनेवाले समाजसेवी मिलन मालाकार ने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में एक लाख रुपये का ड्राफ्ट भेजा था. इसके बाद राज्य […]
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आपदा राहत कोष में बहरमपुर के समाजसेवी ने ड्राफ्ट भेजा था. यह ड्राफ्ट राज्य सचिवालय तो पहुंचा, लेकिन उसके बाद गायब हो गया. गौरतलब है कि मुर्शिदाबाद के बहरमपुर के रहनेवाले समाजसेवी मिलन मालाकार ने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में एक लाख रुपये का ड्राफ्ट भेजा था. इसके बाद राज्य सचिवालय से कोई जवाब नहीं आने पर उन्होंने वहां के अधिकारियों से संपर्क किया. पहले तो राज्य सचिवालय के अधिकारियों ने साफ मना कर दिया कि वहां कोई ड्राफ्ट नहीं आया था.
गौरतलब है कि इस प्रकार से ड्राफ्ट के गायब होने की खबर से वित्त विभाग के अधिकारियों में भी चिंता का माहौल है. वाम मोरचा कार्यकाल के दौरान भी परिवहन विभाग को जारी किये गये कई ड्राफ्ट रहस्यमय तरीके से गायब हो गये थे, जिनका कोई पता नहीं चला था. अब इस संबंध में मिलन मालाकार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ई-मेल के माध्यम से शिकायत की और उनका ध्यानाकर्षण किया है. 28 जून को मिलन मालाकार ने ड्राफ्ट बनवाया था और 30 जून को उन्होंने स्पीड पोस्ट के माध्यम से राज्य सचिवालय भेजा था. यह स्पीड पोस्ट चार जुलाई को शाम पांच बज कर 15 मिनट पर राज्य सचिवालय में रिसीव किया गया, लेकिन उसके बाद ड्राफ्ट का क्या हुआ, यह कोई नहीं जानता.
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