कोलकाता. डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाइएफआइ) और स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआइ) समेत 12 वामपंथी युवा व छात्र संगठनों की ओर से 15 सितंबर को प्रस्तावित राजभवन अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया गया है.
शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान डीवाइएफआइ नेता इंद्रजीत घोष ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में दोबारा आने के बाद भी राज्य में युवा वर्ग की समस्याओं की अनदेखी की जा रही है. मौजूदा समय में युवा वर्ग बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहा है लेकिन समस्या के समाधान की कोशिश करने की पहल राज्य सरकार की ओर से नहीं देखी जा रही है.
युवा संगठनों की ओर से कहा गया कि राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के पहले जगह-जगह होर्डिंग के माध्यम से राज्य में विगत पांच वर्षों के दौरान करीब 68 लाख बेरोजगारों को रोजगार दिये जाने का दावा किया गया था, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है. उपरोक्त दावों का कोई आधार नहीं है. राज्य में नये कल-कारखानों नहीं लगे हैं बल्कि इसके उलट विगत पांच वर्षों में कई कारखाने जरूर बंद जरूर हुए हैं. शैक्षणिक संस्थानों की स्थिति और बदतर है.
स्कूलों में शिक्षकों की कमी है लेकिन रिक्त पड़े पदों पर बहाली नहीं हो रही है. ऐसे कई मुद्दे हैं जिसके खिलाफ वामपंथी युवा व छात्र संगठन लगातार आंदोलनरत हैं. उपरोक्त समस्याओं के समाधान की मांग पर ही महानगर में राजभवन अभियान चलाया जायेगा. अभियान की सफलता के लिए राज्यव्यापी प्रचार अभियान शुक्रवार से ही शुरू कर दिया गया है.