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गंजेपन की चिकित्सा में नयी क्रांति

कोलकाता: कुछ दशक पहले तक बालों का झड़ना और गंजापन उम्र बढ़ने की निशानी हुआ करता था. लेकिन वक्त बदलने के साथ और बदलती जीवन शैली और संस्कृति के कारण यह समस्या अब वैश्विक हो गयी है. वर्तमान में करीब 65 फीसदी जनता इन दोनों समस्याओं से जूझ रही है. यह समस्या 11 फीसदी मामलों […]

कोलकाता: कुछ दशक पहले तक बालों का झड़ना और गंजापन उम्र बढ़ने की निशानी हुआ करता था. लेकिन वक्त बदलने के साथ और बदलती जीवन शैली और संस्कृति के कारण यह समस्या अब वैश्विक हो गयी है. वर्तमान में करीब 65 फीसदी जनता इन दोनों समस्याओं से जूझ रही है. यह समस्या 11 फीसदी मामलों में 14 वर्ष की उम्र से ही शुरू हो जाती है. 26 से 45 वर्ष की उम्र के बीच समस्या का प्रतिशत 40 है.

यहां तक कि महिलाओं में भी गंजापन आम होता जा रहा है और यह लगातार बढ़ रहा है. वर्ष 2007 में डॉ पॉल ने अपनी यात्र इन समस्याओं से जूझ रहे लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए शुरू की थी. उस वक्त बालों के संतोषजनक तौर पर उगने की कोई चिकित्सा विधि नहीं थी. केवल एफयूटी हेयर ट्रांसप्लानटेशन था, जो आम जनता के लिए काफी महंगा था. डॉ पॉल ने फ्रांसीसी चिकित्सा विधि एमइएसओको पेश किया. इससे बाल फिर से जमते थे, लेकिन उपयुक्त दवाएं भी साथ चलती थीं. यह ट्रांसप्लांट से सस्ता था. जल्द ही यह लोकप्रिय हो गया और हर क्लीनिक में यह आजकल अपनाया जाता है. लेकिन डॉ पॉल अभिनव सम्मिश्रण का इस्तेमाल करते हैं, जो विदेश से आयातित होता है और कुछ आंतरिक शोध से विकसित किये गये हैं.

डॉ पॉल के प्रयासों से यह फॉलीक्यूलर एक्टिविटी स्टीमूलेटिंग ट्रीटमेंट, जिसे हेयर फास्ट का नाम दिया गया है, विकसित किया गया है. यह निष्क्रिय और निर्जीव हेयर फॉलीकल्स के फिर से उगने का बगैर किसी साइड इफेक्ट के सबसे तेज तरीका है. 500 पुरुष-महिलाओं में इसका ट्रायल किया गया. इन्हें चार ग्रुप में बांटा गया और तसवीरों से लेकर फॉलीस्कोपिक कंप्यूटरीकृत आकलन किया गया. दो महीने में ट्रायल में नतीजा सामने आने लगा. चार महीने में बेहतरीन नतीजा देखने को मिला. थेरेपी को 18-24 महीने तक जारी रखा गया. बालों का विकास चार महीने में पांच से 20 फीसदी तक रहा.

वर्ल्ड डर्माटोलॉजी सम्मेलन व जेसीएएस और आइएसएचआरएस, यूएसए में तीन वर्ष पूर्व पेपर की सराहना की गयी. बावजूद इसके 20 हजार पुरुष व महिलाओं पर और सघन क्लीनिकल ट्रायल किये गये. अब यह कहा जा सकता है कि यह सबसे तेज व संतोषजनक देने वाली चिकित्सा पद्धति है. बालों के बढ़ने में सहायता करनेवाले पोषक तत्वों की जानकारी विशेषज्ञों को पहले से थी. लेकिन अचूक संतुलन बनाना ही मुश्किल था. डॉ पॉल की चिकित्सा करीब 18 महीने से दो वर्ष तक करानी पड़ती है. हालांकि बालों का विकास केवल चार से छह महीनों में ही देखा जा सकता है. लेकिन सही चिकित्सा के लिए उपचार में थोड़ा वक्त लगता है. फिर बाल ऐसे आयेंगे, जो वृद्धावस्था तक साथ देंगे.

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