नये जलाशय बनाकर और ज्यादा पानी का भंडारण करने के संबंध में बार-बार किये गये अनुरोध का भी कोई असर नहीं हुआ. दक्षिण 24 परगना जिले में प्रशासनिक बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि वे काम से ज्यादा प्रचार करते हैं. उन्होंने आज भी 50,000 क्यूसेक पानी छोड़ा है. यदि वे 70,000 क्यूसेक पानी छोड़ते हैं, तो बाढ़ आ जाती है.
इसलिए हमने उनसे कहा है कि 50,000 क्यूसेक से ज्यादा पानी ना छोड़ें. हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं. पिछले महीने भारी वर्षा और बाढ़ जैसी स्थिति के कारण राज्य में कम से कम चार लोगों की मौत हुई, जबकि लगभग 58,000 लोग प्रभावित हुए.