कोलकाता. शेक्सपीयर के मशहूर नाटक हैमलेट से प्रेरित होकर पुरस्कार प्राप्त निर्देशक अंजन दत्ता इसे बड़े परदे पर एक बार फिर जीवित करने जा रहे हैं. इस बार इसमें एक समकालीन पुट दिया जायेगा. अंजन का ‘हैमलेट’ विशाल भारद्वाज की ‘हैदर’ के बाद इस सार्वकालिक नाटक का दूसरा रूपांतरण है. यह फिल्म सामाजिक-राजनीतिक संकट और […]
कोलकाता. शेक्सपीयर के मशहूर नाटक हैमलेट से प्रेरित होकर पुरस्कार प्राप्त निर्देशक अंजन दत्ता इसे बड़े परदे पर एक बार फिर जीवित करने जा रहे हैं. इस बार इसमें एक समकालीन पुट दिया जायेगा. अंजन का ‘हैमलेट’ विशाल भारद्वाज की ‘हैदर’ के बाद इस सार्वकालिक नाटक का दूसरा रूपांतरण है. यह फिल्म सामाजिक-राजनीतिक संकट और मानवता के खिलाफ हिंसा को प्रदर्शित करेगा.
निर्देशक अंजन दत्ता ने बताया कि शेक्सपीयर के हैमलेट में कुछ मूल संकट थे और वह इन संकटों को अपने तरीके से परिभाषित करना चाहते थे और अपने तरीके से इनकी व्याख्या करना चाहता थे. हैमलेट के किरदार ‘हेमंत’ को परमब्रत चटर्जी निभायेंगे. अंजन ने कहा कि यदि वह थोड़े युवा होते, तो वह इस किरदार को खुद निभाते.
वह परम के माध्यम से हैमलेट का फिल्मांकन करना चाहते हैं. अंजन ने कहा कि उनका हेमंत अपने आसपास की स्थितियों के बारे में अपने समकालीनों की तरह बेपरवाह नहीं रह सका. उनके समकालीन लोग पड़ोस में हो रही हिंसा को लेकर आम तौर पर बेफिक्र थे और अपने काम में व्यस्त थे.