हावड़ा. 100 वर्ष पुराना टिकियापाड़ा ब्रिज जर्जर हो गया है. इसका जीर्णोद्धार नहीं कराया गया तो यह कभी भी ढह सकता है. लेकिन सवाल यह उठता है कि इसकी मरम्मत करायेगा कौन? हावड़ा नगर निगम का कहना है कि यह ब्रिज रेलवे के अधिकार क्षेत्र में आता है और रेलवे इसे निगम के अधिकार क्षेत्र में बता रहा है. ब्रिज को लेकर रेलवे एवं निगम के बीच जारी जीच का परिणाम आम जनता को चुकाना पड़ सकता है.
भाजपा के प्रदेश सचिव संजय सिंह ने कहा कि टिकियापाड़ा ब्रिज से दिनभर में लाखों लोग गुजरते हैं. करीब दस वर्ष से इसकी हालत खराब है. यह इतना जर्जर हो गया है कि कभी भी गिर सकता है. तीन वर्ष से संबंधित अधिकारियों से इसकी मरम्मत कराने को कहा जा रहा है लेकिन कोई पहल नहीं की गयी. कुछ दिन पहले निगम ने ब्रिज की रंगाई करानी चाही, लेकिन आरपीएफ अधिकारियों ने रोक दिया. इस मुद्दे पर मैं जल्द मेयर से मुलाकात करूंगा. ब्रिज किसी के भी अधीन हो इसकी मरम्मत जरूरी है.
यह ब्रिज रेलवे के अधीन आता है. लेकिन वह इसकी मरम्मत नहीं करा रहा है. निगम ने कुछ दिन पहले इसका रंग-रोगन कराया. ब्रिज कभी भी गिर सकता है. ब्रिज का कुछ हिस्सा निगम के अधिकार क्षेत्र में है, जिसकी समय-समय पर मरम्मत कराई जाती है.
रथीन चक्रवर्ती, मेयर, हावड़ा
टिकियापाड़ा ब्रिज रेलवे के नहीं बल्कि हावड़ा नगर निगम के अधीन आता है. कई बार हमारे पास इस ब्रिज को लेकर शिकायत आयी है. लेकिन अधिकार क्षेत्र से बाहर होने के कारण हम कुछ नहीं कर सकते. इस बारे में जो करना है निगम ही करेगा.
संजय घोष, सीपीआरओ, दक्षिण पूर्व रेलवे