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व्यवसायी दंपती हत्याकांड के विरोध में बंद रहा मालदा शहर
सीआइडी के डीआइजी ने किया मुआयना फिर से लाया गया खोजी कुत्ता, फोरेंसिक विशेषज्ञों ने लिये नमूने दूधवाले और भट्ठे के ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ मालदा. मालदा शहर के विवेकानंदपल्ली में व्यवसायी दंपती की हत्या के 36 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस और सीआइडी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाये हैं. […]
सीआइडी के डीआइजी ने किया मुआयना
फिर से लाया गया खोजी कुत्ता, फोरेंसिक विशेषज्ञों ने लिये नमूने
दूधवाले और भट्ठे के ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ
मालदा. मालदा शहर के विवेकानंदपल्ली में व्यवसायी दंपती की हत्या के 36 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस और सीआइडी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाये हैं. यहां तक कि हत्या की वजह भी साफ नहीं हो पायी है. हालांकि शनिवार की सुबह सीआइडी अधिकारियों ने दो लोगों साबिर अली (28) और रघु घोष को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है.
साबिर अली मृत व्यवसायी रामरतन अग्रवाल के भट्ठे पर ट्रैक्टर चलाता है. वहीं रघु घोष मृतक के घर में दूध देता था और उसी को सबसे पहले इस हत्याकांड का पता चला था. इधर व्यवसायी दंपती की हत्या के खिलाफ मालदा मर्चेंट चेंबर ऑफ कॉमर्स के आह्वान पर सुबह से ही शहर के विभिन्न बाजार, शॉपिंग मॉल आदि पूरी तरह बंद रहे. सड़क पर गाड़ियां भी बहुत कम नजर आयीं. मृत व्यवसायी के घर के सामने कौतूहलवश लोगों की भीड़ लगी रही. पूरे शहर में दिनभर व्यवसायी हत्याकांड की ही चर्चा होती रही.
इस हत्याकांड को लेकर शुक्रवार को ही राज्य सरकार ने सीआइडी जांच का निर्देश दे दिया था. शनिवार को राज्य पुलिस के डीआइजी (सीआइडी) तापस दास ने घटनास्थल का मुआयना किया. उन्होंने कई चरणों में रामरतन अग्रवाल की तीनों बेटियों और दोनों भाइयों से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान मालदा रेंज के प्रभारी डीआइजी सुजित सरकार, पुलिस अधीक्षक अर्णव घोष और कई अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे. ये सभी पुलिस अधिकारी सुबह आठ बजे ही एनएच 34 से लगे विवेकानंदपल्ली स्थित मृतक के घर पहुंच गये.
उनके साथ फॉरेंसिक विशेषज्ञों का दल भी था. घटना के 24 घंटे बाद पुलिस के कुत्ते को दोबारा घुमाया गया. फिंगर प्रिंट विशेषज्ञों ने घर से फिंगर प्रिंट के नमूने इकट्ठा किये. जहां-जहां शव पड़े थे और पैरों के निशान थे, उनकी तस्वीर ली गयी.
इस हत्याकांड में किस तरह के हथियारों का इस्तेमाल हुआ, सीआइडी अधिकारी इसका पता लगा रहे हैं. बदमाशों की संख्या कितनी थी, यह भी जानने का प्रयास किया जा रहा है. सीआइडी अफसरों को मृत दंपती के मोबाइल मिल गये हैं.
मोबाइल की कॉल लिस्ट निकलवा ली गयी है. मोबाइल की छानबीन से पता चला कि मृत व्यवसायी रामरतन अग्रवाल की पत्नी अंजू अग्रवाल ने दिल्ली में रहनेवाले अपने बड़े भाई अजय दुगोनिया के फेसबुक पर एक तसवीर पोस्ट की थी. इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि अंजू अग्रवाल की हत्या रात 11.05 बजे के बाद हुई है.
पुलिस व सीआइडी की जांच कई दिशाओं में सरकार के निर्देश पर सीआइडी को सौंपी गयी जांच
क्या कहती है पुलिस : एक साथ कई दिशाओं में जांच चलाने की वजह से सीआइडी अफसरों के पसीने छूट रहे हैं. जिले के पुलिस अधीक्षक अर्णव घोष ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद व्यवसायी दंपती का शव शनिवार दोपहर एक बजे परिवार को सौंप दिया गया. केयरटेकर गणेश उठ का शव भी उसके परिवार को दे दिया गया है. उसका घर भागलपुर में है.
प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन ने की हत्या की निंदा
कोलकाता : मालदा के व्यवसायी रतनलाल अग्रवाल, उनकी पत्नी व उनके घरेलू कर्मचारी की नृशंस हत्या की पश्चिम बंग प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन ने कड़े शब्दों में निंदा की है. अध्यक्ष विजय डोकानिया, महामंत्री सत्यनारायण अग्रवाल, उपाध्यक्ष शंभु चौधरी, संयुक्त मंत्री पंकज केडिया ने घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग के साथ दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की है.
दोनों भाइयों और तीनों बेिटयों से पूछताछ
सीआइडी के अधिकारियों ने मृत व्यवसायी के दोनों भाइयों रामकिशन अग्रवाल और रामलक्षण अग्रवाल से भी लंबी पूछताछ की. इस दौरान यह जानने की कोशिश की गयी कि भाइयों के बीच कैसा रिश्ता था. संपत्ति का बंटवारा हुआ था या नहीं? दोनों भाइयों की मृतक के परिवार से बातचीत होती थी या नहीं?
घटना के दिन वे लोग कहां थे? घटना की सूचना उन्हें कैसे मिली? इसी तरह सीआइडी अधिकारियों ने तीनों बेटियों से भी लंबी पूछताछ की. सबसे ज्यादा सवाल-जवाब किये गये रामरतन अग्रवाल की बड़ी बेटी रिंकू अग्रवाल से.
मां-पिता की मृत्यु की खबर पाकर तीनों बेटियां शुक्रवार रात को ही विवेकानंदपल्ली पहुंच गयी थीं. बड़ी बेटी रिंकू की शादी बिहार के भागलपुर में हुई है. बड़ी बेटी ने ही भागलपुर से मां-पिता के घर के लिए केयरटेकर का काम करने के लिए गणेश उठ को भेजा था. इसीलिए सीआइडी अधिकारियों ने रिंकू से लंबी पूछताछ की. छोटी बेटी नयना अग्रवाल से भी पूछताछ हुई. बेटियों से पूछताछ में क्या हाथ लगा है, इस बारे में सीआइडी अधिकारियों ने कुछ बोलने से मना कर दिया.
परिजनों ने सीआइडी को बताया : व्यवसायी रामरतन अग्रवाल को जमीन बेचने वाले ने दी थी धमकी
रामरतन अग्रवाल ने तीन साल पहले ओल्ड मालदा थाने के नारायणपुर इलाके में तीन करोड़ रुपये में 17 बीघे जमीन खरीदी थी. जमीन खरीदने के समय जमीन मालिक ने कहा था कि जमीन को लेकर कोई जटिलता नहीं है.
लेकिन जमीन खरीदने के बाद पता चला कि जमीन में कई बंटाईदारों का नाम भी है. इसके बाद रामरतन अग्रवाल ने जमीन मालिक पर दबाव बनाया कि वह जमीन वापस लेकर उनका पैसा लौटाये. लेकिन ऐसा करने की जगह जमीन मालिक इस्ताबुल हक ने उलटे रामरतन अग्रवाल को धमकाना शुरू कर दिया.
मृतक के परिवार ने यह जानकारी सीआइडी अफसरों को दी है. लेकिन धमकी मिलने के बावजूद रामरतन अग्रवाल ने थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी थी. शुक्रवार को पुलिस जांच में शामिल कुत्ता घर में इधर-उधर घूमने के बाद मंगलबाड़ी पुल तक गया था. मंगलबाड़ी इलाके के बाद नारायणपुर है जहां इस्ताबुल का घर है.
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