इसके बाद अपनी बातों के जाल में फंसा कर वहां से मौका देखते ही लोगों का अपहरण कर लेते थे. गत पांच जून को बड़तल्ला इलाके से सुरेश साव नामक एक युवक का इन्होंने अपहरण किया था. फिरौती के तौर पर एक करोड़ रुपये इनके परिवार वालों से मांगे गये थे.
मामला धीरे-धीरे पांच लाख पर तय हुआ और पांच लाख रुपये देकर सुरेश साव धापा इलाके से रिहा हुआ. बड़तल्ला थाने में जब इसकी जांच शुरू हुई तो पता चला कि दो महीने पहले भी इस गिरोह ने एक व्यापारी का अपहरण इसी अंदाज में किया था. उससे भी इन्होंने फिरौती वसूली थी. इस पूरी जानकारी के बाद लालबाजार के एआरएस विभाग की टीम इनके पीछे लग गयी और पुख्ता जानकारी के आधार पर बुधवार रात को सबसे पहले रहीम को मध्यमग्राम से गिरफ्तार किया गया. इसके बाद उससे पूछताछ में करीम तक पुलिस पहुंची. लालबाजार के अधिकारियों के मुताबिक, दोनों अपहरण की बात से इनकार कर रहे हैं. दोनों का कहना है कि अपनी बीमार मां के इलाज के लिए रुपये जुटाने के लिए ही उन्होंने लोगों का अपहरण करना शुरू किया था.