इसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय, सांसद सौगत राय के साथ-साथ पूर्व मंत्री व वामपंथी नेता प्रबोध चंद्र सिन्हा संसदीय कार्यशैली की रूपरेखा रखेंगे. इस सत्र के दौरान विधानसभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी भी वक्तव्य रखेंगे. इस विधानसभा चुनाव में 115 नये सदस्य निर्वाचित हुए हैं और इनमें 88 सदस्य पूरी तरह से फर्स्ट टाइमर हैं.
इसके साथ ही नवनिर्वाचित विधायकों को संसदीय नीति, नियम व परंपरा से भी अवगत कराया जायेगा. उन्हें यह जानकारी दी जायेगी कि कार्य स्थगन प्रस्ताव कैसे लाया जाता है या फिर बहस के दौरान किस तरह से अपने इलाके की समस्याएं उठायी जाती हैं. विधानसभा सचिवालय का कहना है कि प्रशिक्षण शिविर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने संसदीय जीवन के 30 वर्षों के अनुभवों को नवनिर्वाचित विधायकों के साथ साझा करेंगी.