गुरुवार सुबह मधु बेरा अपनी शिक्षिका पत्नी स्नेहलता बेरा के साथ ग्रामीण सहकारिता में जा रहे थे. आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस नेता किंकर शीट के नेतृत्व में कुछ तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उसे घेर लिया और पिटाई करते हुए उसे उसके ही घर में लाया. ‘सालिशी सभा’ आयोजित कर उसे हलफनामा देने के लिए कहा गया कि वह माकपा के साथ अब कोई संबंध नहीं रखेगा. हलफनामा न देने पर उसे लाठियों से पीटा गया. इससे उसके कान व नाक से खून रिसने लगा. आरोप यह भी है कि हमलावरों ने यह सुनिश्चित किया कि चिकित्सा के लिए मधु बेरा घर से न निकल सके और न ही पुलिस के साथ ही संपर्क कर सके. इसके लिए घर के बाहर पहरा भी दिया गया.
पुलिस से शिकायत करने की सूरत में उसकी लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने की भी धमकी दिये जाने का आरोप है. बाद में कुछ अन्य तृणमूल समर्थकों की सहायता से उसे निजी अस्पताल पहुंचाया गया. माकपा नेता चक्रधर मेइकप का आरोप है कि हलफनामा न देने के कारण मधु को पीटा गया. इस संबंध में पुलिस के पास शिकायत करने पर भी कोई लाभ नहीं हुआ. इधर तृणमूल नेता तरुण जाना ने आरोपों को खारिज किया है.