कोलकाता. विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद से कथित राजनीतिक हिंसा की घटनाओं में करीब 600 से ज्यादा माकपा समेत अन्य वामपंथी दलों के कार्यालयों को निशाना बनाया गया है. कार्यालयों में तोड़फोड़ व जबरन कब्जा किये जाने की घटना प्रकाश में आयी है. ऐसी घटनाओं को रोक पाने में पुलिस प्रशासन नाकाम है.
यह आरोप माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा ने लगाया है. आरोप के अनुसार, केवल पश्चिम मेदिनीपुर जिला में माकपा की करीब सात जोनल कार्यालयों, लगभग 27 लोकल कार्यालयों व करीब 42 शाखा कार्यालयों में हमले हुए.
महानगर की बात की जाये तो करीब 52 वामपंथी दलों के कार्यालयों पर हमले किये जाने का आरोप लगाया गया है. श्री मिश्रा ने कहा है कि विगत कुछ दिनों में करीब 440 वामंपथी कार्यकर्ता घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं. हुगली में करीब 44 वामपंथी दलों के कार्यालयों पर हमले का आरोप है जबकि उत्तर 24 परगना जिला के बैरकपुर इलाके मेें भी ऐसी घटनाएं घटीं. माकपा की ओर से राजनीतिक हिंसा की घटनाओं पर अंकुश लगाये जाने की मांग की गयी है. साथ ही उपरोक्त घटनाओं के खिलाफ व्यापक आंदोलन का आह्वान भी किया गया है.