बुधवार की रात इस केंद्र में भयंकर विस्फोट हुआ. दूर-दूर तक उसकी आवाज सुनी गयी. ग्रामीणों में दहशत फैल गयी. किसी भी ग्रामीण ने बाहर निकलने की हिम्मत नहीं की. गुरुवार की अहले सुबह ग्रामीण विस्फोट के कारणों की तलाश में जब उधर गये तो देखा कि निर्माणाधीन भवन पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है. दरवाजे और खिड़कियां उड़कर दूर पड़ी हुई थीं. एक किनारे में विस्फोट के निशान मौजूद हैं. इसकी सूचना स्थानीय पुलिस अधिकारियों को दी गयी. थानेदार के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंची. उन्होंने ग्रामीणों से इस संबंध में पूछताछ की.
इसकी जांच की जा रही है कि उसका इस बम विस्फोट से कोई संबंध है या नहीं. इस बात को भी ध्यान में रखा जा रहा है कि इस विस्फोट का किसी उग्रवादी संगठन से तो संबंध नहीं है. ग्रामीणों की मानें तो निर्माणाधीन भवन को सुरक्षित मान कर अपराधी वहां बम बना रहे थे. अचानक विस्फोट होने के कारण सभी भाग गये होंगे. यदि कोई घायल भी हुआ होगा तो उसे वे अपने साथ ले गये होंगे. पुलिस को इसकी जांच गंभीरता से करनी चाहिए.