कोलकाता: प्रसिद्ध अभिनेत्री सुचित्रा सेन की हालत नाजुक बनी हुई है. उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें आक्सीजन दी जा रही है और ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है. बेल व्यू क्लिनिक द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार 82 वर्षीय अभिनेत्री को श्वास नली में संक्रमण होने पर पिछली 23 दिसम्बर को यहां भर्ती कराया गया था. उनके रक्त में ऑक्सीजन संतृप्ति का स्तर नियंत्रित करने के लिए एक अंत:श्वसन नली के जरिए बीआईपीएपी थेरेपी से उनका इलाज चल रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक कम भोजन के सेवन से वह कमजोर हो गयीं है और चिकित्सकों ने उनकी पोषण चिकित्सा तेज कर दी है.
डॉक्टर सुब्रत मैइत्र ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जो रोगी आटीयू (सघन इलाज इकाई) में है और जिसे लगातार ऑक्सीजन दी जा रही है, उसे खतरे से बाहर नहीं कहा जा सकता.’’ उनकी देखभाल कर रहे चिकित्सकों के अनुसार उनकी हालात में शनिवार शाम अचानक गिरावट आ गई थी, लेकिन अब उनकी हालत स्थिर है और उनके दिल की धड़कन और ब्लडप्रेशर स्थिर बना हुआ है.
सुचित्रा इस समय होश में हैं और रविवार को डाक्टर धीमन गांगुली, डाक्टर पवन अग्रवाल और डाक्टर सुनील बारन राय ने भी उनकी जांच की. इसके अलावा डाक्टर मैइत्रा के नेतृत्व वाले मेडिकल बोर्ड ने वरिष्ठ चिकित्सक सुकुमार मुखर्जी से भी परामर्श किया. मेडिकल टीम पूरी रात अस्पताल में उनकी हालत पर नजर बनाये रखने के लिये मौजूद रहेगी. सुचित्रा सेन की पुत्री और बंगाली अदाकारा मुनमुन सेन भी लंबे समय से अस्पताल में ही रह रही हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रविवार को सुचित्रा को देखने अस्पताल गयीं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य भी अस्पताल पहुंचे थे. पुलिस ने चिंतित प्रशंसकों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए अस्पताल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है.सुचित्रा सेन पहली भारतीय अभिनेत्री हैं जिन्हें मास्को फिल्म समारोह के दौरान अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया था. उन्होंने मशहूर हिन्दी फिल्में ‘देवदास’ ‘आंधी’ में अभिनय करने के साथ साथ बंगाली फिल्म ‘सात पाके बांधा’, ‘अग्निपरीक्षा’, ‘शताब्दी’ और ‘दीप जले जायें’ जैसी यादगार फिल्मों में अभिनय किया है.
मुख्यमंत्री के साथ अस्पताल से बाहर आते हुए डॉक्टर मैइत्रा ने कहा ‘‘कल चिकित्सा बोर्ड की बैठक के बाद ही हम उन्हें ऑक्सजीन और ग्लूकोज चढ़ाना रोकने के बारे में कुछ कह पाएंगे.’’डॉक्टर मैइत्रा ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने सुचित्रा सेन से बात करने की कोशिश की, सेन ने हावभाव से उनका जवाब दिया. मुख्यमंत्री ने मुनमुन सेन और उनकी बेटियों से बात की.’’