हरकत में आया प्रशासन, हुई उच्चस्तरीय बैठक
कोलकाता : उत्तर 24 परगना के मध्यमग्राम में 16 साल की लड़की से दो बार सामूहिक दुष्कर्म और बाद में उसकी हत्या कर देने के मामले में राज्य सरकार की मुश्किलें दिनोंदिन बढ़ती जा रही हैं.
कोलकाता हाइकोर्ट ने घटना की सीबीआइ जांच कराने के सवाल पर राज्य सरकार से जवाब मांगा ही है, अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी मामले पर राज्य सरकार को विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है. केंद्र का फरमान मिलते ही गृह सचिव बासुदेव बनर्जी, डीजीपी जीएमपी रेड्डी व आइजी (कानून-व्यवस्था) मध्यमग्राम पहुंचे और वहां दोलतला स्थित पुलिस लाइन में वरिष्ट अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में गृह सचिव ने जांच प्रक्रिया की समीक्षा की.
साथ ही जल्द से जल्द विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है. गौरतलब है कि पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. अब गवाह व सुबूत की खोजबीन प्रक्रिया जारी है.
बैठक के दौरान गृह सचिव ने इलाके में कानून-व्यवस्था को और भी बेहतर करने का निर्देश दिया.
आज नीतीश से मिलेंगे पीड़िता के परिजन
– एक दिन के लिए जायेंगे अपने पैतृक गांव
कोलकाता : मध्यमग्राम पीड़िता के परिजन रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल कर न्याय की फरियाद करेंगे. समस्तीपुर की मूल निवासी पीड़िता के साथ दो बार सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. उसके बाद आग लगा कर मारने का आरोप है. परिवारवालों के मुताबिक, लड़की के पिता, मां, जमाई व उनके साथी रविवार की सुबह अकाल तख्त एक्सप्रेस ट्रेन से पटना जा रहे हैं.
वह शाम को लगभग साढ़े चार बजे पटना पहुंचेंगे. माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य वृंदा करात की नीतीश से बातचीत हुई थी. नीतीश कुमार ने कहा था कि जब भी वह बिहार आयें. उसी दिन उनसे मिलेंगे.रविवार की शाम पटना पहुंचने के बाद वह सीएम से मिलने जायेंगे.
उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने मदद के रूप में एक लाख रुपये दिये हैं. इसके साथ ही लड़ाई में साथ देने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी तथा राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा से भी मुलाकात कर अपना दु:ख बताया है. हम बिहार के मुख्यमंत्री को भी पूरी दास्तान सुनायेंगे.
उसके बाद अगले दिन वे लोग अपने गांव समस्तीपुर के सापुर स्टेशन के पास वादे गांव जायेंगे. गांव में एक दिन रहने के बाद 14 जनवरी की सुबह को पटना से जन शताब्दी एक्सप्रेस से परिवार का टिकट है.
14 जनवरी को हम कोलकाता लौट आयेंगे. पीड़िता के परिजनों का कहा कि उनका बिहार से संपर्क है, लेकिन न्याय की लड़ाई बिहार से नहीं वरन बंगाल की धरती से ही लड़ेंगे तथा अपनी बेटी को न्याय दिला कर रहेंगे. उन्होंने दु:ख जताया कि बिहार सरकार से मदद मिलने के बावजूद अभी तक बंगाल सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिली है.
वह आशा करते हैं कि उन्हें न्याय मिलेगा. दोषी को सजा मिलेगी तथा पूरे मामले की सीबीआइ जांच करायी जायेगी, ताकि सच सामने आ सके और न्याय मिले.