कोलकाता. चुनाव आयोग ने पश्चिम मेदिनीपुर जिले में शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए एक पुलिसकर्मी का तबादला कर दिया और आइपीएस अधिकारी भारती घोष को गुरुवार को होनेवाले अंतिम चरण के मतदान तक ऐसे किसी भी जिले में नहीं जाने का निर्देश दिया, जहां चुनाव के लिए मतदान होनेवाला है.
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग ने कहा है कि वह कहीं भी और कभी भी, किसी भी तरह की हिंसा का जवाब देने में संकोच नहीं करेगा और ऐसे मामलों में राजनीतिक जुड़ाववाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेगा.
चुनाव आयोग ने पुलिस को चुनाव बाद हिंसा के सभी मामलों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. अधिकारियों ने बताया कि कानून व्यवस्था से संबंधित सभी मामलों को पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक देख रहे हैं और चुनाव आयोग ने चुनाव बाद हिंसा के मामलों में दर्ज एफआइआर पर कानूनी कारवाई करने का निर्देश दिया है.
अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम मेदिनीपुर जिले में सबंग थाना के प्रभारी ननी गोपाल दत्त का तबादला कर दिया गया है. यहां पर दूसरे चरण में 11 अप्रैल को मतदान हुआ था. जिले में चुनाव बाद हुई हिंसा की खबरें सामने आने और कांग्रेस-वाम गंठबंधन द्वारा पुलिस की कथित निष्क्रियता की शिकायत किये जाने के बाद कार्रवाई की गयी है. अधिकारियों ने बताया कि चुनाव आयोग ने राज्य प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया है कि आइपीएस भारती घोष शहर छोड़ कर और चुनाववाले जिले कूचबिहार और पूर्व मेदिनीपुर नहीं जायें, जहां पर गुरुवार को छठे और अंतिम चरण का मतदान होना है. भारती घोष फिलहाल कोलकाता में तैनात हैं.