कोलकाता : नारद स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो वास्तविक है या उसमें छेड़छाड़ की गयी है, इसके लिए हाइकोर्ट ने उसकी फोरेंसिक जांच का आदेश दिया है. जांच का जिम्मा हैदराबाद स्थित केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) को दिया है. हाइकोर्ट द्वारा चार सप्ताह के अंदर फोरेंसिक जांच करने का आदेश देने से हम सभी को बहुत खुशी है.
कोर्ट के इस निर्णय से जनता भी उत्साहित होगी. हालांकि सत्तारूढ़ पार्टी के नामी वकील ने वीडियो में घूस नहीं अनुदान लेने की बात कहते हुए वीडियो की जांच को चुनाव नतीजों तक गोपनीय रखने की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने इसकी फोरेंसिक जांच चार सप्ताह के अंदर करवाने की बात कह कर एक महत्वपूर्ण फैसला दिया है.
उक्त बातें शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मलेन में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार व पार्टी के प्रवक्ता शिशिर बाजोरिया ने कहीं. उन्होंने कहा कि नारद स्टिंग ऑपरेशन के इस वीडियो को स्वयं मुख्यमंत्री ने भी जाली बताया था. मुख्यमंत्री की यह बात भी काफी लज्जाजनक है, जिसमें वह स्वयं को थप्पड़ मारने की बात कर रही हैं. वह कह रही हैं कि भले दो थप्पड़ मार दो, लेकिन उनकी पार्टी को चोर मत कहो. लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी मुख्यमंत्री को इस तरह की बात कहना शोभा नहीं देता. थप्पड़, लाठी या मार-धाड़ जैसी गतिविधियां लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं हैं. पार्टी के उपाध्यक्ष ने मांग की कि एसएसकेएम अस्पताल में भरती राज्य के पूर्व परिवहन व खेल मंत्री मदन मित्रा पर भी नजर रखने की जरूरत है. उन्हें जेल हॉस्पिटल में भरती नहीं कर एसएसकेएम में इसलिए भरती कराया गया है, ताकि वहां बैठ कर वह अपने दबंग व प्रभावशाली नेताओं के जरिये शनिवार को होनेवाले चुनाव में लोगों को डरा-धमका सकें.
वह अस्वस्थ हैं, तो उनके पास से मोबाइल भी हटा देना चाहिए. एसएसकेएम में उनके चेंबर के पास सीसीटीवी के साथ केंद्रीय पुलिस बल की तैनाती की जानी चाहिए, ताकि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके. उन्होंने सांसद दिनेश त्रिवेदी के उस कदम की सराहना की, जिसमें उन्होंने बीजपुर विधानसभा क्षेत्र के हालीशहर में साढ़े तीन साल की बच्ची की पिटाई की कड़ी आलोचना करते हुए इस तरह की राजनीति को बंद करने की मांग की.
श्री त्रिवेदी का यह बयान जनता पर मरहम का काम करेगा. भाजपा उपाध्यक्ष ने टीएमसी के एक सांसद पर आरोप लगाया है कि वह मॉडल चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं. इस सांसद ने कुछ लोगों को मेल भेज कर बैठक बुलायी है. यह बैठक एक उद्योगपति और मंत्री बॉबी हकीम के साथ चुनाव के ठीक एक दिन पहले (शुक्रवार को) उस स्थान पर रखी है, जो मुख्यमंत्री के विधानसभा चुनाव क्षेत्र के अंतर्गत आता है. यह बैठक अलीपुर रोड में रखी गयी है. यह मॉडल चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है. भाजपा इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेगी.
नारद स्टिंग के फुटेज हैदराबाद भेजे जायेंगे
कलकत्ता हाइकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने नारद स्टिंग के फुटेज की फॉरेंसिक जांच के लिए सीएफएसएल हैदराबाद में भेजने का निर्देश दिया है. कलकत्ता हाइकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लूर व न्यायाधीश अरिजीत बनर्जी की खंडपीठ ने यह निर्देश दिया. मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ का कहना था कि आम लोगों के भरोसे को कायम रखना सर्वाधिक महत्वपूर्ण है. नारद न्यूज के समाचार संपादक मैथ्यू सैमुअल्स अपना लैपटॉप सीधे उक्त फॉरेंसिक लैब में जमा करेंगे. हाइकोर्ट द्वारा बनायी गयी स्पेशल कमेटी के चेयरमैन द्वारा सैमुअल्स के आइफोन व पेनड्राइव को सीएफएसएल के निदेशक के पास जमा किया जायेगा. सीएफएसएल अपनी जांच यथाशीघ्र पूरी करेगा, लेकिन इसमें चार हफ्ते से अधिक का वक्त नहीं लगना चाहिए.