कोलकाता : दमदम में इस बार त्रिकोणीय लड़ाई के आसार हैं. तृणमूल कांग्रेस ने इस बार फिर ब्रात्य बसु को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि माकपा और कांग्रेस गंठबंधन तथा भाजपा ने इस बार नये चेहरे को प्रत्याशी बनाया है. माकपा ने पलाश दास और भाजपा ने उमा सिंह दास को अपना प्रत्याशी बनाया है. माकपा के उम्मीदवार का कांग्रेस समर्थन कर रही है. पूरा अंचल तीनों राजनीतिक दलों के बैनर-होर्डिंग, फ्लेक्स और काटआउट से भर गया है. तीनों राजनीतिक दलों के प्रत्याशी सुबह-शाम घर-घर जाकर मतदाताओं को अपने पक्ष में लुभाने में लगे हुए हैं. इसके बावजूद अंचल के मतदाता काफी शांत दिख रहे हैं.
माकपा और कांग्रेस गंठबंधन की वजह से सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस को इस बार ऐड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है. दमदम नगरपालिका के चेयरमैन हरेंद्र सिंह पर चुनाव में ब्रात्य बसु को जिताने की बड़ी जिम्मेवारी है. उन्होंने ब्रात्य बसु को जिताने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. ब्रात्य बसु के समर्थन में बुधवार को तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने दमदम सेंट्रल जेल में एक विशाल चुनाव रैली को संबोधित किया. तृणमूल नेताओं का दावा है कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में राज्य का विकास हुआ है. कानून व्यवस्था की स्थिति सुधरी है. युवाओं को रोजगार मिला है. दमदम इलाके के लिए कई काम किये गये हैं. राज्य सरकार ने जेसप व डलनप के कारखाने का अधिग्रहण किया है.
दूसरी ओर, माकपा कांग्रेस गंठबंधन दमदम में चुनाव प्रचार में लगा हुआ है. वरिष्ठ माकपा नेता कहना है कि दमदम अंचल में सिर्फ प्रमोटिंग का कारोबार फल-फूल रहा है. इलाके के ज्यादातर कल-कारखाने बंद हैं. अंचल में जेसप कारखाना, एचएमवी सहित कई छोटी-बड़ी कंपनियां बंद हैं.
अंचल में बेरोजगारी गंभीर समस्या है. इसके साथ दमदम और दक्षिण दमदम अंचल में जलजमाव एक गंभीर समस्या है. कुछ इलाकों में पेयजल की कमी है. भाजपा भी चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. भाजपा नेताओं का आरोप है कि इलाके में तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेताओं के समर्थन से सिंडिकेट राज का बोलबोला है. आम लोगों को घर बनाने के दौरान सिंडिकेट की परेशानी झेलनी पड़ रही है. दमदम विधानसभा क्षेत्र में 25 अप्रैल को चुनाव होगा. विधानसभा चुनाव 2011 में ब्रात्य बसु ने माकपा के प्रत्याशी गौतम देव को 31, 497 मतों से हराया था. पिछले विधानसभा चुनाव में तृणमूल और कांग्रेस गंठबंधन एक साथ था. इस बार माकपा और कांग्रेस का गंठबंधन है. ब्रात्य बसु को पिछली बार 92635 वोट मिले थे, जबकि गौतम देव को 61138 वोट मिले थे. यानी तृणमूल को पिछली बार 57.50 प्रतिशत, जबकि माकपा को 37.95 प्रतिशत वोट मिले थे. पिछली बार दमदम में मतदाताओं की संख्या दो लाख थी.