कोलकाता: जंगलमहल क्षेत्र के तीन जिलों पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुड़ा व पुरुलिया में रोजगार के अवसर में वृद्धि करना व बुनियादी सुविधाओं का विकास करना राज्य सरकार का पहला लक्ष्य है. इस क्षेत्र का विकास कर ही माओवाद समस्या का समाधान किया जा सकता है.
ये बातें बुधवार को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने झाड़ग्राम स्टेडियम में स्वामी विवेकानंद के 150वें जयंती समारोह में कहीं. उन्होंने कहा कि माओवाद एक सामाजिक समस्या है और इसका समाधान सामाजिक विकास के आधार पर ही किया जा सकता है. इसलिए राज्य सरकार यहां रोजगार के अवसर बढ़ाने के साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा व आधारभूत सुविधाओं का विकास करने पर विशेष जोर दे रही है.
उन्होंने कहा कि जंगलमहल जिले के छात्रों को उनकी स्थानीय भाषा ओलिचिकी में भी पढ़ाया जायेगा और बहुत जल्द इसके लिए शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. राज्य सरकार ने यहां के छात्रों को सभी सेक्टरों में नौकरी देने का फैसला किया है, इसलिए उनके शिक्षा स्तर को भी बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद जंगलमहल के इन तीन जिलों में भी शांति लौट आयी है. अब तक राज्य सरकार ने यहां 15000 युवक-युवतियों को पुलिस में नौकरी दी है और अन्य 21000 युवक-युवतियों को सिविक पुलिस में नौकरी दी गयी है.
बुधवार को झाड़ग्राम स्टेडियम में राज्य सरकार की ओर से जंगलमहल विवेक चेतना उत्सव व स्पोर्ट्स मिट का आयोजन किया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जंगलमहल स्थित 1600 क्लबों को 25-25 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की और कहा कि इन सभी क्लबों को राज्य सरकार की ओर से और 25-25 हजार रुपये दिये जायेंगे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य के खेल विभाग व फुटबॉल एकेडमी को कोलकाता में जंगलमहल के युवक-युवतियों को लेकर विभिन्न खेलों का आयोजन करने का निर्देश दिया.