कोलकाता: किसी भी अनचाही घटना के दौरान अब तक बैंकों में बजर दबाने की सुविधा होती थी. यह बजर कैशियर के अलावा ब्रांच मैनेजर के पांव के पास या उनके बैठने की जगह के निकट पहुंच के अंदर लगाये गये होते हैं. चोर उचक्के, लुटेरे या बदमाशों के आने या किसी अनहोनी के आभास पर बैंक की तरफ से यह बजर दबा कर इसकी सूचना स्थानीय थाने को दी जाती है. अब यह सुविधा महानगर के सभी एटीएम में भी उप्लब्ध होगी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस सुविधा के शुरू होने पर किसी भी इलाके में स्थित एटीएम से रुपये निकालने के दौरान ग्राहक को किसी अनहोनी की आशंका होती है या कोई दूसरा व्यक्ति एटीएम में छिनताई के इरादे से घुस जाता है, तो एटीएम में लगे बजर को दबाते ही स्थानीय थाने को इसकी सूचना मिल जायेगी. एटीएम में एकाधिक जगहों पर यह बजर मौजूद रहेगा, जिससे एक जगह पर बटन को खराब करने पर भी दूसरे बटन से स्थानीय थाने को सूचित की जा सके. लालबाजार के अधिकारियों ने बताया कि महानगर में एटीएम की निगरानी करने के लिए कुल चार बैंको को लेकर एक टीम बनायी गयी है, जो महानगर के अन्य बैंकों के एटीएम की सुरक्षा व्यवस्था पर भी निगरानी रखेगी.
नव वर्ष को देखते हुए हाल ही में लालबाजार में बैंक कर्मियों को लेकर हुई एक बैठक में कोलकाता पुलिस के बैंक फ्रॉड विभाग की तरफ से बैंक अधिकारियों को कई सुझाव दिये गये. जल्द ही उन पर अमल करने को भी कहा गया है. इसमें सेंट्रलाइस्ड सीसीटीवी मॉनिटरिंग सर्वर के तहत कार्य करना होगा, जिसमें सभी बैंकों के एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी एक निर्दिष्ट सर्वर के तहत करनी होगी, जिससे एटीएम में ग्राहक को बजर दबाने अगर मौका न मिले तो सीसीटीवी से निगरानी कर रहा व्यक्ति इसकी सूचना पुलिस को दे सके.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि एटीएम की सुरक्षा के लिए बैंक व पुलिस को लेकर बनायी गयी टीम में आपस में लगातार बैठक हो रही है. इन्हें सभी नियम को जल्द से जल्द लागू करने को कहा गया है, एटीएम की संख्या ज्यादा होने के कारण नियमों को लागू करने के लिए उन्हें निर्दिष्ट समय नहीं किया गया. लेकिन जल्द ही अगली बैठक में बैंकों के एटीएम को निर्दिष्ट समय दे दिया जायेगा.