कोलकाता: पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद सुबोधकांत सहाय ने दावा किया है कि भाजपा के नेतृत्व में एनडीए का सपना फिर चकनाचूर हो जायेगा और केंद्र में फिर से यूपीए की सरकार बनेगी. एक कार्यक्रम में शामिल होने महानगर आये श्री सहाय ने कहा कि भले ही चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार हुई है, पर भाजपा व उसके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की असली परीक्षा दिल्ली विधानसभा का चुनाव था, जिसमें उन्हें हार नसीब हुई. जबकि चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में छह जनसभा को संबोधित किया. भाजपा के सभी बड़े नेताओं ने दिल्ली में डेरा डाल दिया था. वहां भाजपा का प्रभाव भी है. इसके बावजूद भाजपा यहां चुनाव जीत नहीं पायी.
श्री सहाय के अनुसार लोक सभा चुनाव में भी भाजपा व नरेंद्र मोदी का यही हाल होने वाला है. उन्होंने दावा किया भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिए जितना काम मनमोहन सरकार ने काम किया है, उतना किसी सरकार ने नहीं किया. पर अफसोस कांग्रेस इसका श्रेय उठाने में सफल नहीं हो पायी और विपक्ष ने बाजी मार ली. अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री बनने की बधाई देते हुए श्री सहाय ने कहा कि अब देखना यह है कि वह अपने वादे कैसे पूरे करते हैं.
क्योंकि वह स्वंय स्वीकार कर चुके हैं कि उनके पास कोई जादू की छड़ी नहीं है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में आप की नहीं, बल्कि उस अभियान की जीत हुई है, जिसे अन्ना हजारे ने शुरू किया था. इस आंदोलन को कामयाब बनाने सोशल मीडिया ने सबसे बड़ी भूमिका निभायी. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी यूपीए की साथी रह चुकी है, पर इस लोकसभा चुनाव में क्या होगा, इसके बारे में अभी से कुछ कहना उचित नहीं है.
उन्होंने कहा कि देश में चुनाव सुधार की बात तो बहुत होती है, पर उस दिशा में काम कुछ नहीं होता है. आज चुनाव इतना महंगा हो गया है कि किसी भी दल के आम कर्मी के लिए चुनाव लड़ना संभव नहीं है. राज्य सभा जिसे ऊपरी सदन कहा जाता है, वह अब हाउस ऑफ मिलिनियर्स हो गया है. जहां पैसे के बल पर लोग पहुंच रहे हैं.