उम्मीदवारों की घोषणा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) करेगी. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा िक दो-तीन सीटों पर दोस्ताना लड़ाई हो सकती है.मुर्शिदाबाद के हरिहरपाड़ा और डोमकल में भले ही वाममोरचा ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है लेकिन कांग्रेस भी वहां से उम्मीदवार उतारेगी. इस संबंध में कांग्रेस ने अपने रुख से वाममोरचा को अवगत कराया है. मोरचा नेतृत्व ने कांग्रेस की चिंता को समझा भी है. हालांकि कांग्रेस द्वारा घोषित सीटों की सूची में इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों के नाम नहीं हैं.
यह स्पष्ट है कि कांग्रेस और वाममोरचा का विधानसभा चुनाव के लिए समझौता है. यह समझौता जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के दबाव में किया गया है. इस दबाव के आगे बिमान बसु और अधीर चौधरी, दोनों को ही झुकना होगा. कुछ सीटों पर दावेदारी को लेकर दोनों ही दलों के बीच जटिलता है लेकिन उसे बातचीत के जरिये सुलझा लेने की उम्मीद है.
वाममोरचा ने भले ही कांग्रेस के साथ संयुक्त चुनाव प्रचार की संभावना को खारिज कर िदया है, लेकिन चौधरी का कहना है कि साझा प्रचार अभियान होने से बेहतर होता लेकिन वह इसे लेकर चिंतित नहीं हैं. कांग्रेस अपना प्रचार खुद करेगी. राहुल गांधी के चुनाव प्रचार करने के संबंध में उनका कहना था कि उनके (गांधी) समय देने पर प्रदेश कांग्रेस उस हिसाब से प्रचार का कार्यक्रम बनायेगी. गौरतलब है िक राज्य में विधानसभा की 294 सीटें हैं. सोमवार को वाममोरचा चेयरमैन बिमान बसु ने मोरचा के 116 उम्मीदवारों की घोषणा की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि वाममोरचा का कांग्रेस के साथ कोई सीधा गंठबंधन नहीं है. उन्होंने वाममोरचा और कांग्रेस के संबंधों को ‘बोझा-पोड़ा’ (सूझ-बूझ) नाम दिया.