यह कहना है कि पर्यावरण वैज्ञानिक अभिजीत चटर्जी का. उनका कहना है कि 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पिछले चार दिनों से दूषित हवा बंगाल पहुंच रही हैं. इसकी वजह से बंगाल में काले कार्बनयुक्त वायु बढ़ते ही जा रहे हैं.
बोस इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने सुंदरवन व दार्जिलिंग में ऐथेलोमीटर्स नामक एक यंत्र लगाया था, इसके माध्यम से पिछले कई वर्षों से वह यहां के पर्यावरण पर नजर रख रहे थे. श्री चटर्जी ने बताया कि सुंदरवन इलाके में प्रत्येक क्यूबिक मीटर वायु में 15 माइक्रो ग्राम काले कार्बन की उपस्थिति दर्ज की गयी है, वहीं दार्जिलिंग में इसकी मात्रा 3.5 माइक्रो ग्राम है. इसमें से 40 प्रतिशत बिहार व उत्तर प्रदेश से यहां आ रहे हैं.